पढ़िए रामावतार जी की कविता , ” बेटी की विदाई पर कविता “ ( Beti Ki Vidai Kavita In Hindi ) जिसके माध्यम से एक पिता की भावनाओं को बताया गया है की जब उसके घर की लक्ष्मी यानि की उसकी बेटी की शादी होती है तो किस तरह के विचार उसके मन में आते हैं, बेटी के भविष्य की भी चिंता सताती है, और इन सबके बीच वह किसी तरह अपने आंसुओं को रोककर खुद को मजबूत बनाने की कोशिश करता है क्यूंकि उसे पता है की यदि वह कमजोर पड गया तो बाकि का परिवार भी है उन्हें भी तो संभालना है , यह तो दुनिया की रीत है प्रकृति का चक्र इसी भाँती चलता है, तो आईये पढ़ते हैं –

बेटी की विदाई पर कविता

पिता और बेटी पर कविता - बेटी के विवाह का समय

उठी डोली चली ससुराल काँधों पर कहारों के
हवाले कर दिया टुकड़ा जिगर का बेसहारों के

जमाना यह समझता है न कोई बाप रोता है
जो रोता है बिना आँसू वही तो बाप होता है

गरीबी में अमीरी में सभी में एक जैसा है
मगर दुनिया नहीं जाने कि उसका हाल कैसा है
सदा गैरों के घर गुलशन खिलाती है बहारों के
उठी डोली चली ससुराल काँधों पर कहारों के

बड़े एहसान है हम पर चमकते चाँद तारों के
हजारों ख्वाबआँखों में दिखायें यह सितारों के

पिया बाबुल हमारे ने हमें पाला है नाजों से
कराया है हमें अवगत सदा उन्नत विचारों से
नहीं कटता बुढ़ापे का सफर यहाँ बिन सहारों के
उठी डोली चली ससुराल काँधों पर कहारों के

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मेरा परिचय :- 

नाम. : राम अवतार पाल

पिता श्री : स्व. श्री सियाराम

जन्म स्थान. : रम्पुरा (बहजोई)
जिला – सम्भल (उ.प्र.)

कार्य स्थल : हीरा कालौनी,सिकन्दराबाद
जिला- बुलन्दशहर
(उ.प्र.) 203205

जन्म तिथि : 20 अगस्त 1966

शिक्षा : एम. ए. (सोसियोलौजी)

व्यवसाय. : लिमिटेड़ कम्पनी में
मैनेजर

विशेष. : * अखिल भारतीय कवि
सम्मेलनों में सहभागिता
* अनेक साँझा संग्रह में
प्रकाशित रचनाएं
* सिकन्दराबाद से प्रका-
शित साप्ताहिक
अखबार”गुलाब सुगन्ध”
में प्रकाशित रचनाऐ

नवोदित साहित्यकार मंच से प्रकाशित शुभमस्तु 4, 5, 6 में प्रकाशित रचनायें

काव्य दर्पण में प्रकाशित रचनायें

पता : हीरा कालौनी ,हरिओम प्रिंटिंग प्रेस के बराबर,
सिकन्दराबाद
जिला- बुलन्दशहर (उ.प्र.)
पिन कोड़ 203205

मोबाइल नम्वर : 9761098267
9116038007
मेल आई डी : ramavtarpalskd12@gmail.com


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