आप पढ़ रहे हैं चाँद पर छोटी कविता  ( Poem On Moon In Hindi ) ” देख चंद्रमा की सूरत “

Poem On Moon In Hindi
चाँद पर छोटी कविता

Poem On Moon In Hindi

धरती में देखो फैली हुई है
नीला नीर भरा रत्नाकर,
वदन आतम के झांकती चंद्रमा
अंबर से मुस्कुराकर।

चमकती रहती है रातों में
सभी सितारों के साथ,
टूटा तारा जब दिखता है
सब करते हैं फरियाद।

हृदय को भर देती शीतलता से
ऐसी है यह सुधाकर,
वदन आतम के झांकती है
अंबर से मुस्कुरा कर।

जब रात अंधेरी होती
सबका मन घबराता है,
देख चंद्रमा की सूरत
सुकून सभी को आता है।

पढ़िए – हिंदी कविता चाँद से फरियाद


रचनाकार का परिचय :-

यह कविता हमें भेजी है बालकवि भास्कर वर्मा “उमंग” जी ने ग्राम चंदना (छत्तीसगढ़) से।


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