तन्हाई पर कविता :- ये रात की तन्हाइयां कहती है

तन्हाई पर कविता ( Tanhai Par Kavita ) :- जीवन में प्रेम का अपना अलग स्थान और महत्व है , किन्तु जब प्यार में बिछड़ना नसीब में होता है तो लगता है की जैसे जीवन का अस्तित्व ही समाप्त हो गया हो। फिर हमारे साथ लाखों की भीड़ होने के…

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आदमी पर कविता :- आदमी अकेला है | Aadmi Par Kavita

आदमी पर कविता "आदमी अकेला है" - प्रिय पाठकों,आज की कविता है " आदमी अकेला ही है -जीवन कविता " कभी कभी हम सारे संशाधन होने के बाद भी खुद को जीवन में अकेला महसूस करते हैं , और ऐसी स्थिति में मन करता है कि सबसे दूर कुछ पल…

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