शेफ पर कविता – Ek Hotel ke chef ki kavita

आप पढ़ रहे हैं शेफ पर कविता "हां मैं एक शेफ हूं" :- शेफ पर कविता हां मैं एक शेफ हूं, तो कुछ के लिए एक कुक हूं अन्नपूर्णा सा कर्म मेरा, एक रेसिपी की बुक हूं। ज़ायका जांच जांच कर, जायका बन गई जिंदगी हर जिव्या पर नाम छोड़ा,…

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