नींव और मकान पर कविता :- नींव बनूँ या मकान हिंदी कविता
एक ईमारत में सबसे ज्यादा महत्त्वपूर्ण होती है उसकी नींव। बिना नींव के मकान की कल्पना भी नहीं की जा सकती लेकिन प्रशंसा सदैव मकान की ही होती है। उस समय नींव की कोई बात ही नहीं करता। जीवन में इंसानों के साथ भी ऐसा ही होता है। कुछ इंसान…