हिंदी कविता काफिला | Hindi Kavita Kafila

हिंदी कविता काफिला चलो थोड़ा दूर चलें फासले तय करें इस सड़क को नाप लें, लंबा सा दिखता यह रास्ता साथ में बिताते चलें, कुछ तुम अपनी कहो कुछ हम अपनी बताते चलें। कहीं थक हार के बैठ जाओ तो पीछे नहीं बस आगे ही देखना, अपने सपने को दोबारा…

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हिंदी कविता यूँ राहों में | Hindi Kavita Yun Rahon Me

हिंदी कविता यूँ राहों में तेरी जुल्फों की घनेरी छाँवों में रात भर रहा तेरी बाहों में, निकल के चाँद छिप गया चेहरा नजर आया यूँ राहों में। फितरत तेरी कुछ इस तरह की अदाओं से राज करती है, तेरे जगने से दिन निकलता है झुके पलकें तो रात ढ़लती…

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