साहस पर कविता | Sahas Par Kavita

आप पढ़ रहे हैं ( Sahas Par Kavita ) साहस पर कविता "डर को नहीं करना स्वीकार" साहस पर कविता डर को नहीं करना स्वीकार जीवन को जी भर के जीना। "लोग क्या कहेंगे" यह प्याला मर मर कर नहीं तुम पीना।। साहस को कैद नहीं करना अपने हुनर का…

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कुर्सी पर कविता :- ओ प्यारी कुर्सी | Kursi Par Kavita

कुर्सी तो लगभग हर घर में होती है और आप सभी उसे देखते भी होंगे। लेकिन एक कवि उस किस तरह से देखता है आइये जानते हैं हरीश चमोली जी की ( Kursi Par Kavita ) कुर्सी पर कविता " ओ प्यारी कुर्सी " कुर्सी पर कविता कुर्सी-कुर्सी, ओ प्यारी…

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प्रयास पर हिंदी कविता :- प्रयास करो | Prayas Par Hindi Kavita

आप पढ़ रहे हैं सूरज कुरैचया द्वारा रचित प्रयास पर हिंदी कविता " प्रयास करो अन्तिम क्षण तक " प्रयास पर हिंदी कविता प्रयास करो अन्तिम क्षण तक फिर भले जो भी हो अंजाम। तीव्र गति से चलकर पथ में तुम पीना अनुभवों का जाम।। मार्ग मुश्किलों से भरे होंगे…

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भारत देश पर कविता – भारत देश अनोखा | Bharat Desh Par Kavita

भारत देश की महिमा का गुणगान करती हुयी सूरज कुरैचया जी द्वारा रचित ( Bharat Desh Par Kavita ) भारत देश पर कविता " मेरा भारत देश अनोखा है " :- भारत देश पर कविता मेरा भारत देश अनोखा है सोने की चिड़ियां कहलाता हैं। हिन्दू, मुस्लिम, सिख ,ईसाई सबके…

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माँ का दर्द कविता | Maa Ka Dard Kavita

माँ अपने जीवन में बहुत कष्ट सहती है जिस से कि उसका परिवार सुखी रह सके कैसे? पढ़िए हरीश चामोली जी द्वारा रचित ( Maa Ka Dard Kavita ) माँ का दर्द कविता "जलती आग की लौ है माँ" माँ का दर्द कविता वो मिट्टी के कच्चे चूल्हे पर,जलती आग…

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माँ की महिमा कविता | Maa Ki Mahima Kavita

मनुष्य को जन्म देने वाली माँ जन्म के पहले से लेकर बच्चे के बड़े होने तक बहुत कष्ट सहती है। माँ के त्याग और बलिदान को समर्पित ( Maa Ki Mahima Kavita ) माँ की महिमा कविता " माँ लाकर इस दुनिया में " माँ की महिमा कविता माँ लाकर…

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माँ बहू पर कविता :- माँ के जीवन में | Maa Bahu Par Kavita

आप पढ़ रहे हैं ( Maa Bahu Par Kavita ) माँ बहू पर कविता " माँ के जीवन में " माँ बहू पर कविता माँ के जीवन में, वह दिन आता है। प्रतीक्षा जिसकी, वर्षों से होती है। पति की सारी, जीवन की पूंजी से, निज बच्चों के, व्याह में…

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हिंदी कविता अजीज परिंदा | Hindi Kavita Azeez Parinda

आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता अजीज परिंदा :- हिंदी कविता अजीज परिंदा पिंजरे में पंख फड़फड़ाता परिंदा था। रहने को साथ मिरे,घबराता परिंदा था। दस्तक देता जब मैं,उसके पिंजरे पर, देख,दरवाजा खड़खड़ाता परिंदा था। पंछी को अक्सर मैं ही दाना देता था, मुझे कहकर जान, चिढ़ाता परिंदा था। राब्ता…

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Prernadayak Kavita In Hindi | प्रेरणादायक कविता | Best Poem

Prernadayak Kavita In Hindi आप पढ़ रहे हैं प्रेरणादायक कविता इन हिंदी ( Prernadayak Kavita In Hindi ) :- Prernadayak Kavita In Hindiप्रेरणादायक कविता इन हिंदी रात भले विकट घनी होरश्मि का आभास न हो।नाविक भी पार नहीं होतागर उर में विश्वास न हो।। अनंत विपत्तियां मानव कासाहस नहीं मिटा…

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Shikshaprad Kavita In Hindi | शिक्षाप्रद बाल कविता | Inspirational Poem

Shikshaprad Kavita In Hindi आप पढ़ रहे हैं शिक्षाप्रद बाल कविता :- Shikshaprad Kavitaशिक्षाप्रद बाल कविता बच्चो तुम तो वीर होमजबूत सी जंजीर हो।तुम भारत के उज्जवलभविष्य की तस्वीर हो।। सच्चाई की राह में चलनाज्ञान का तुम प्याला पीना।जीवन नहीं मिलता वार वारइसे स्वयं के अनुसार जीना।। किताबों को पढ़ते…

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कोरोना पर कविता अजीब दौर | Corona Par Kavita

आप पढ़ रहे हैं सूरज कुरैचया द्वारा रचित ( Corona Par Kavita Ajeeb Daur ) कोरोना पर कविता अजीब दौर :- कोरोना पर कविता अजीब दौर समस्त चौराहे हुए हैं वीरान आया कैसा यह अजीब दौर। अदृश्य शत्रु ने भूख, मृत्यु का अंधेरा फैलाया है चारों ओर।। बच्चो का कोलाहल…

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स्वर्ग की कल्पना पर कविता | Swarg Ki Kalpna Par Kavita

आप पढ़ रहे हैं स्वर्ग की कल्पना पर कविता :- स्वर्ग की कल्पना पर कविता सहसा पहुंचा स्वर्ग द्वार पर दृश्य वहां के बड़े निराले थे। उड़ती मछली तैरते विहंग सबका मन मोहने वाले थे।। धरा फूलों से भरी हुई थी सुगंध फैली थी चारों ओर। दूध की नदी में…

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