जिंदगी की कविता :- लौट आ मेरी ज़िन्दगी | Zindagi Ki Kavita
उदास हो चुकी जिंदगी को फिर से मानाने की कोशिश की कविता " जिंदगी की कविता " जिंदगी की कविता लौट आ मेरी ज़िन्दगी तू कहीं से तन्हाई का दामन तोड़ते हुए, हवा के झोंकों के साथ फिर से मुझे तारों ताजा कर दें, मुरझा गई है जिंदगी सूखे गुलाब…