किस्मत पर कविता | Kismat Par Kavita

आप पढ़ रहे हैं किस्मत पर कविता :- किस्मत पर कविता क्या है ये क़िस्मत ? सोचो तो सोचते रह जाओगे पुछो तो पूछते रह जाओगे कि क्या है क़िस्मत पर क्या है क़िस्मत ? कोई दुखी होता है तो कहता है मेरी क़िस्मत ख़राब है किसी को कोई चीज…

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हिंदी कविता हाशिए पर बेटियां | Kavita Hashiye Par Betiyaan

आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता हाशिए पर बेटियां :- हिंदी कविता हाशिए पर बेटियां टूटे कंधे और कटी ज़बान, वस्त्र, गुप्तांग हैं लहुलुहान देह पर नाखूनों के निशान मैं दलित बेबस, बेजुबान। दबोची गई गरदन,रीढ़ पर वार आत्मा की अनसुनी चीत्कार हिंसक रेप, कटाक्षों की बौछार जातीय चक्की में…

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