हिंदी कविता चांदनी रात | Hindi Kavita Chandni Raat
आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता चांदनी रात :- हिंदी कविता चांदनी रात यह चांदनी रात कितनी निराली यह तो मदवाली है।। श्वेत चंद्रमा रजत रश्मियां, रूप यौवन से अपनी छटा बीखराती।। चांदनी रात में सुंदर रूप वसुंधरा का आंचल महाकाती ।। सतरंगी पुष्प - लताओं से करती श्रृंगार खेत…