गंगा जी पर कविता :- गंगा नदी ही नहीं है | Ganga Ji Par Kavita
आप पढ़ रहे हैं गंगा जी पर कविता :- गंगा जी पर कविता गंगा नदी ही नहीं है, हमारी संस्कृति का प्रतीक है।। गंगा के प्रवाह में विहित ऊर्जा की वह दिव्य शक्ति है।। गंगा की वेदना ... कही नहीं जाती हैं, वह दिन पे दिन प्रदूषित होती जाती हैं।।…