आदिवासी कविता | Adivasi Kavita In Hindi
आप पढ़ रहे हैं ( Adivasi Kavita ) आदिवासी कविता :- आदिवासी कविता शोषित,अपेक्षित, इस धरती के वासी,आदिवासी बनाम मूल निवासी। विकास है बाधक…विस्थापन की मार।कट रहे जंगल,खो रहे ये रोजगार। अस्मिता खतरे मेंफिर भी खुद को रहे संभाल,सांस्कृतिक विरासत के असली हकदार। सुदूर ..अंचल निवासीभूल रहे गीत,न रही बांसुरीन रहा मांदर संगीत। कौन…