कविता राखी का त्यौहार | Kavita Rakhi Ka Tyohar | Poem On Rakhi Festival
Kavita Rakhi Ka Tyohar आप पढ़ रहे हैं कविता राखी का त्यौहार :- कविता राखी का त्यौहार मन भावन सावन में आता, राखी का त्यौहार। सखियों संग झूला झूलती, ननद भौजाई बार-बार। सजा थाल बहना आती, बांधने राखी चमकदार।हुलसी हुलसी फिरती, पहन चुनरी लहरेदार। भैया के बांध राखी, करती है लाड प्यार। सब त्यौहारों मे खास…