Category: हिंदी कविता संग्रह

धूप पर कविता

हिंदी कविता दिल जोड़ दो | Hindi Kavita Dil Jod Do

हिंदी कविता दिल जोड़ दो हिंदी कविता दिल जोड़ दो यहां उनका भी दिल जोड़ दो जिनके दिल टूटे हैंचलते कदम थमे हैं,वो जीना जानते हैं ।ना  जख्मों को सीना जानते हैं ।। तुम उन्हें भी अपना लो ।प्यारे तुम मेरी बात मानविश्व बंधुत्व का भाव लेकर,जन- जन से बैर भाव छोड दो ।“यहा उनका भी दिल जोड़ दो”।। हम सब के ओ प्यारे,किस कदर हैं दूर किनारे।जीत की  भी क्या आसरखते हैं मन मारे ? ये मन मैले नहीं निर्मल हैं,सबल न सही निर्बल हैं,समझते हैं हम जिन्हें नीचे हैं,वे कदम दो कदम ही पीछे हैं,जो हिला दे उन्हेंऐसी आंधी का रुख मोड़ दो ।यहाँ उनका भी दिल  जोड़ दो ।।...

कविता अरदास मेरे मन की

स्वर्गीय माँ पर कविता – माँ नहीं हमारे पास | Swargiya Maa Par Kavita

स्वर्गीय माँ पर कविता स्वर्गीय माँ पर कविता धरती सूनी माँ सूना आँगनदेखो सूना है...