बिसेन कुमार यादव जी ने गाँव-दोन्देकला, रायपुर, छत्तीसगढ़ में रहते है। इन्हें अलग-अलग विषयों पर कविताएं लिखने का शौक है।
Bhagwan Vishnu Par Kavita - आप पढ़ रहे हैं भगवान विष्णु पर कविता :- Bhagwan Vishnu Par Kavitaभगवान विष्णु पर कविता हे चतुर्भुज जगत के पालनहारी।गदा, शंख कमल सुदर्शन धारी।। हे जगत के पालनकर्ता, परम उपकारी।हर युग में तुने,सबकी विपदा तारी।। द्वापर में कहलाए तुम कृष्ण मुरारी।त्रेतायुग में श्रीराम महाधनुर्धारी।।…
आप पढ़ रहे हैं जन्माष्टमी महोत्सव पर कविता :- जन्माष्टमी महोत्सव पर कविता गोपियों के संग रास रचैयातुम हो मेरे किशन कन्हैया।तेरे आराधक तेरे बुला रहे हैंचले आओ मेरे साॅंवरिया।। मीरा के प्रभु गिरधर नागर।राधा के तुम हो मुरलीधर।। मेरे लिए तो तुम श्रीराम हो।और तुम ही मेरे घनश्याम हो।। प्यासे इन नयनों कोप्यास बुझाने आओ।मन हो जाए…
Poem On Rakshabandhan In Hindi आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता रक्षाबंधन पर :- हिंदी कविता रक्षाबंधन पर सावन का महीना अब जाने वाला है।रक्षाबंधन का त्यौहार आने वाला है।। दिखेगी बाजार में रांखी रंगे-बिरंगे कच्चे डोर वाली।काले भालू, सोने, चांदी से जड़ित रेशम की तार वाली।। तब लेकर खुशियों की बहार लाएंगी।जब रक्षाबंधन का त्यौहार आएंगी।।…
आप पढ़ रहे हैं ( Sabjiyon Par Hasya Kavita ) सब्जियों पर हास्य कविता :- सब्जियों पर हास्य कविता आलू,प्याज, भिन्डी से बैंगन की हुई लड़ाई। सब्जी मंडी में एक अकेला, क्या करें चौलाई।। भिन्डी प्याज लड़ न पाए,आलू की बारी आई। आलू बोला टमाटर से बैंगन को समझा मेरे…
आप पढ़ रहे हैं 21 जून को मनाए जाने वाले ( Sangeet Diwas Par Kavita ) संगीत दिवस पर कविता :- संगीत दिवस पर कविता आना है और चलें जाना है! जीवन का चलन पुराना है!! जीवन का नहीं ठिकाना है! जन्म लिया तो मर जाना है!! गाना और बजाना…
आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता चन्दा मामा :- हिंदी कविता चन्दा मामा चंदा मामा चन्दा मामा चन्दा मामा! अब तो सूरज ढल गयी है निकलो मामा!! चंदा मामा चन्दा...........! आसमान में घना अंधेरा छाया देखो! निशा ने घनघोर अंधेरा लाया देखो!! चंदा मामा चन्दा........! गोल-मटोल चेहरा अपना दिखलाओ मामा!…
आप पढ़ रहे हैं ( Shaadi Par Hasya Kavita ) शादी पर हास्य कविता :- शादी पर हास्य कविता पते की बात मैं सबको बता रहा हूँ, शादी मत करना मैं सबको चेता रहा हूँ। शादी करके मैं अब तक पछता रहा हूँ, इसलिए सबको अपना किस्सा सुना रहा हूँ।…
आप पढ़ रहे हैं कविता उसने मेरा नाम पूछा :- कविता उसने मेरा नाम पूछा पड़ोस के मकान में रहने के लिए, एक विदूषक व्यक्ति आया था! याद है शायद उसने मुझे , अपना नाम नरेश शर्मा बताया था!! जो जरूरी था वो हमसे पूछना भूल गए! हम भी अपना…
कैसे बारिश के मौसम में जब बादल की काली घटा छाती है और गर्मी से राहत मिलती है आइये जानते हैं वर्षा पर कविता में :- वर्षा पर कविता आसमान पर बादल आए! काले-काले बादल छाए! लगते कितने खुब निराले! देखो आसमान पर बादल काले!! छम -छम नाच दिखाने आए!…
बारिश की रिमझिम बूंदों के दृश्य का वर्णन करती पावस ऋतु पर कविता " श्यामल काली घटा " :- पावस ऋतु पर कविता मैं देख दंग रह गया छवि छटा! नीलनभ में श्यामल काली घटा!! मानो वह वर्षासुन्दरी की आँखो की हो काजल ! उसे देख मन मेरा हो रहा…
बारिश में अकसर बच्चे कागज़ की नाव बना कर पानी में चलाते हैं। कैसा होता है वह दृश्य आइये पढ़ते हैं बाल कविता नाव चली ( Bal Kavita Naav Chali ) में :- बाल कविता नाव चली बादल चले गए काला-काला! आसमान हो गए, नीला-नीला! अरे चंदा सुनो माला! घर…
लोरी बेटी के लिए " सो जा मेरी राजकुमारी " :- लोरी बेटी के लिए सो जा मेरी राजकुमारी। सो जा मेरी राजदुलारी।। सो जा , सो जा बिटिया मेरी। अब तो सो जा मुनिया मेरी।। सो जा मेरी, न्यारी बेटी। मेरी नन्ही, प्यारी बेटी।। सो जा मेरी आराध्या बेटी।…