लोरी बेटी के लिए ” सो जा मेरी राजकुमारी ” :-
लोरी बेटी के लिए
सो जा मेरी राजकुमारी।
सो जा मेरी राजदुलारी।।
सो जा , सो जा बिटिया मेरी।
अब तो सो जा मुनिया मेरी।।
सो जा मेरी, न्यारी बेटी।
मेरी नन्ही, प्यारी बेटी।।
सो जा मेरी आराध्या बेटी।
सो जा मेरी काव्या बेटी।।
मीठी- मीठी लोरी गाऊ।
लोरी गाकर तुम्हे सुनाऊ।।
मखमल की बिस्तर लगाऊ।
मखमल की चादर बिछाऊ।।
सिराने में तकिया लगाकर,
उसमें बिटिया तुम्हें सुलाऊं
सो गयी है, चिड़िया रानी।
सो गयी है, तेरी नानी।।
तू भी सो जा बिटिया रानी।
सो जा मेरी गुडिया रानी।।
सो गये है, तितली भौरे।
सो गये है, सूरज प्यारे।।
सो गयी है, सारी दुनिया।
तू भी सो जा मेरी मुनिया।।
फिर क्यो तुम रो रही हो।
आम्मा, आम्मा बोल रही हो।।
जब से लोरी गा रही हूॅ।
तब से तुम्हे सुला रही हूॅ।।
फिर भी पलके खोल रही हो।
न ही तुम सो रही हो।।
अब तो बिटिया सो जा।
सो जा मुन्नी सो जा।।
लाल पलंग में सो जा।
सो जा बेटी सो जा।।
पढ़िए :- बेटी पर कविता “हम सबकी तकदीर सी होती है बेटियाँ”
यह कविता हमें भेजी है बिसेन कुमार यादव जी ने गाँव-दोन्देकला, रायपुर, छत्तीसगढ़ से।
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