Tag: प्रकाश रंजन मिश्र
+3 तुम याद बहुत आती हो कविता हम क्या सोचते है और क्या होता है ना जाने ये दिल क्यों रोता है, नजरों से तुम सब कुछ कह जाती …
+2 तितली पर कविता तितली रानी, तितली रानी तुम तो बड़ी सयानी हो, तुम तो सबके मन को भाती हो फूल पर बैठकर पराग तुम चुराती हो। फूल तुमको …
+1 हिंदी कविता गांव पर हरी भरी हरियाली तेरी मोह लेती हो मन को मेरी, हमेशा अपनी याद दिलाती गांँव की तो बातें ही निराली। कही चौपल पर बैठ …
+2 पिता पर हिंदी कविता नहीं पता की वो अपने दिल में कितना दर्द दबाते हैं, पिता हमारे सुख दु:ख में सदा ही मुस्कुराते हैं। पिता विन सब सूना, …
+2 माँ की याद कविता तू ममता की मूरत, तू करुणा की सागर है, तेरे बिन ये सब जग सूना, तेरे बिन परिवार अधूरा, तू हमेशा हंसती थी माँ, …
0 दोस्त पर कविता जिंदगी में जब से तू आया है, सारी खुशियों ने अपना डेरा मेरे पास ही बनाया है, मैं अम्बर सा प्यासा हूँ, तू समुद्र की …