देशभक्ति कविताएँ

हिंदुस्तान की कविता – चमका दो हिंदुस्तान को | Hindustan Ki Kavita

आप पढ़ रहे हैं हिंदुस्तान की कविता हिंदुस्तान की कविता नहला अरि की रक्त धारचमका दो हिंदुस्तान को,मान बढा़ने वीरों कामिटवा दो आतंकिस्तान को। वंदेमातरम वंदेमातरम…….वंदेमातरम वंदेमातरम……. देख सपूतों की कुर्बानीआज तिरंगा झुका पडा़,खेल सियासी देख-देख केहर सेनानी रूका पडा़,पश्चिम की सीमा पे देखोशैतानों के ठाठ है,रोता आँसू खून के…

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सरदार वल्लभ भाई पटेल पर कविता | Sardar Vallabhbhai Patel Poem In Hindi

आप पढ़ रहे हैं सरदार वल्लभ भाई पटेल पर कविता :- सरदार वल्लभ भाई पटेल पर कविता लौह सा टंकार लेकरसिंह सा ललकार लेकरनाद  भरते  गर्जना  काअग्नि  सा धधकार लेकर,  जी रहे जब लोग तिल तिलमर  रहे  थे  लोग फिर फिरआ   मसीहा  बन  खड़े  थे4हिंदुस्तानी शान लेकर।  थे  एक  सरदार …

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रेजांगला युद्ध 1962 कविता | Rezang La War Poem In Hindi

आप पढ़ रहे हैं रेजांगला युद्ध 1962 कविता :- रेजांगला युद्ध 1962 कविता मैं सूरज के तेजपुंज से तिमिर मिटाने आया हूं ।इतिहासों के छुपे हुए पन्ने दिखलाने आया हूं ।। धूल धूसरित स्वर्णिम पन्नों की मैं धूल हटाऊंगा,और वीरता के स्वर मे भारत का गौरव गाऊंगा,वसुन्धरा के पुण्य अंक…

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कविता भारत की धरा | Kavita Bharat Ki Dharaa

आप पढ़ रहे हैं " कविता भारत की धरा " :- कविता भारत की धरा अश्रु था,नीर नहींअभिशाप का अंगार थाप्रलय की ज्वाला मेंथी भारत की,अमर धरा… आंधी थी,चारों दिशाएँपड़ गई थी वो बंधन मेंराहें भी अंधेरी सी थींपर था,अगाध संकल्प भरा…. निरंतर आविर्भूत होआक्रमण की शोध क्या,परिणाम क्याबस हुआ…

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कविता अखंडता की अस्मिता | Kavita Akhandta Ki Asmita

कविता अखंडता की अस्मिता कविता अखंडता की अस्मिता अखंडता की अस्मिता को शत्रु छेड़ते हो जब,तो एकता के जागरण का गान कविता है सुनो,राष्ट्र की समुन्नति जब अवनति के द्वार हो तो, चेतना में प्राण का उत्थान कविता है सुनो,सिन्धु पार जाने को बजरंगी भूले शक्ति को,तो जामवंत जो जगाएं शक्ति…

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तिरंगा पर कविता – तिरंगा शान से लहरे | Tiranga Par Kavita

तिरंगा पर कविता तिरंगा पर कविता तिरंगा शान से लहरेतिरंगा आन से फहरे। छुपा इतिहास गौरव का,समेटे भाव कुछ गहरे।निगाहों में सभी की मानऔ सम्मान बन ठहरे।अमिट पहचान दे यहविश्व में ऊँचा दिखाई दे,तिरंगा शान से लहरे,तिरंगा आन से फहरे। सजे सिन्दूर माथेभारती के रंग केसरिया ।धवल रंग इसका हैबहाता…

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Swatantrata Diwas Par Kavita | स्वतन्त्रता दिवस पर कविता

Swatantrata Diwas Par Kavita Swatantrata Diwas Par Kavita स्वतंत्र भारत देख रहे हैंआज हम-आप अपने सामने,पर सिद्ध हुआ क्या सपना वोजो देखा था उस हिंदुस्तान ने। कि जिस हिंदुस्तान के वीरहँसकर फंदा चूम गए,हम आप तो यहां दो नृत्य देख बसयूँ ही खुशी से झूम गए,  तो क्यों इस भारत…

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आज़ादी का अमृत गीत | Azadi Ka Amrit Geet

आज़ादी का अमृत गीत आज़ादी का अमृत गीत आज़ाद वतन की माटीअब इतनी खामोश क्यों हैं ?आज़ादी में रहने की,क्या हमको कोई आदत ही नहीआज़ाद चमन है आज़ाद गगन हैपवन भी है आज़ाद अबडर दिल में, भय मन में औरसच कहने की आदत ही नही ।। आज़ादी का पावन पर्वक्यों…

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आजादी पर हिंदी कविता – तिरंगे को पकड़े | Azadi Par Hindi Kavita

आजादी पर हिंदी कविता आजादी पर हिंदी कविता यहां से वहां तकजहां न तहां तकमुट्ठी को जकड़ेतिरंगे को पकड़े थें निकले दिवानेआजादी को पाने,आजादी में आगेथे आजाद भागे इंकलाब जय कीभारत विजय कीलगते थे नारेगलियों में सारे, सिंहनाद जन जन गरजते थे गर्जनलिए जोश जज्बागली कूच कस्बा आजादी को लानेचले थे दिवाने ,कहानी…

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Tiranga Jhanda Poem In Hindi | तिरंगा पर कविता

Tiranga Jhanda Poem In Hindi - आप पढ़ रहे हैं तिरंगा पर कविता :- Tiranga Jhanda Poem In Hindiतिरंगा पर कविता पिता कौन क्यों है लेटा ?ओढ़े कफ़न तिरंगा,कंधों पर ले चार खड़े हैंआंख से बहती गंगा, बेटा बुला रहा है उनकोकरुणा से रो रोकर,गिरी धरा पर मां शिथिलसिंदूर अश्रु…

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Sainik Par Hindi Kavita | सैनिक पर कविता | Patriotic Poem On Soldier

Sainik Par Hindi Kavita - आप पढ़ रहे हैं सैनिक पर कविता :- Sainik Par Hindi Kavitaसैनिक पर कविता छोड़कर घर का सुखजो सीमा पर जाता हैदुश्मन की छाती परतिरंगा गाड़ आता है। वह हमारे देश का वीर सैनिकजागता रहता हैरात-दिन, धूप हो या बरसातखड़ा रहता है। सरहद पर सीना…

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वीरों पर कविता – नमन करूँ या पुष्प चढ़ाऊँ | Veero Par Kavita

वीरों पर कविता - आप पढ़ रहे हैं भारत के वीरों पर कविता " नमन करूँ या पुष्प चढ़ाऊँ " :- Veero Par Kavitaवीरों पर कविता नमन करूँ या पुष्प चढ़ाऊँ,इस धरा के प्यारे वीरों को,खुद को भुला के राह दिखाई,अंधे ओर अधिरों को जीवन के छोड़ भोग,अनवरत लेखन में…

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