देशभक्ति कविताएँ

Bhagat Singh Poetry भगत सिंह पर बेहतरीन कविता Awesome Poem

Bhagat Singh Poetry In Hindi - आप पढ़ रहे हैं भगत सिंह पर कविता ( Bhagat Singh Par Kavita ) :- Bhagat Singh Poetryभगत सिंह पर कविता तुम भगत थे आजादी केडूब के आजादी के भक्ति मेंजीवन का रस भूल गए,खौफ और मोह को ताक पर रखकरफांसी के फंदे झूल गए। देश को सब…

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कविता मेरा देश मेरा मान | Mera Desh Mera Maan Kavita

आप पढ़ रहे हैं ( Mera Desh Mera Maan Kavita ) कविता मेरा देश मेरा मान :- कविता मेरा देश मेरा मान धरती अम्बर सूरज नभ पर गाते जिसका गान, अलग अलग जहाँ बोली भाषा करते सबका सम्मान मेरा देश मेरा मान,,, खूब खेली खून की होली लाल रक्त बहाये…

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हिन्दी कविता राष्ट्र धर्म के प्रबल प्रताप | Kavita Rashtra Dharm

आप पढ़ रहे हैं हिन्दी कविता राष्ट्र धर्म :- हिन्दी कविता राष्ट्र धर्म राष्ट्र धर्म के प्रबल प्रताप के हो ताप आप, भारती के मान के गुमान को बढाइये । पुण्य कर्म पाल, हे वसुंधरा के लाल ज्वाल, वीरता से युक्त स्वाभिमान को बचाइये ।। संघर्ष के उत्कर्ष से आदर्श…

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Gantantra Diwas Par Kavita | गणतंत्र दिवस पर कविता

Gantantra Diwas Par Kavita आप पढ़ रहे हैं गणतंत्र दिवस पर कविता :- Gantantra Diwas Par Kavitaगणतंत्र दिवस पर कविता कितनी पीड़ा सही उन्होंने,तिरंगे की शान बचाने को।खदेड़ फिरंगियों को भारत से,अपनी आजादी पाने को। कुछ ने सीने पर गोली झेली,तो कुछ फंदों पर झूल गए।लाशों के अनगिन ढेर जले…

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जवान पर हिंदी कविता :- मेरे वतन की शान है

आप पढ़ रहे हैं जवान पर हिंदी कविता :- जवान पर हिंदी कविता मुझे नहीं पता। ये तेरे वतन का जवान है या। मेरे वतन की शान है। देह लहू से लतपथ। लिबास में बस शहीदी की पहचान है।। वर्दी का रंग लाल। वतन भेद से अनजान है। मुझे नहीं…

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हिंदी कविता भारती जय भारती | Hindi Kavita Bharti Jai Bharti

आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता भारती जय भारती :- हिंदी कविता भारती जय भारती भारती जय भारती ये भारती का गीत है । स्वतंत्रता की आरती स्वतंत्रता का दीप है ।। ये देश की आजादी पाने कितने वीर सो गए । अलख जगाने निकले और पथ में आके खो…

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हिंदी कविता बेहतरीन नजर नहीं है | Kavita Behatreen Nazar

आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता बेहतरीन नजर नहीं है :- हिंदी कविता बेहतरीन नजर नहीं है बेहतरीन नजर नहीं है, होती तो अपनाता बेहतरीन होती तो अपनी कमी देख पाता। मात्र कहने से भारत विश्व गुरु नहीं हो जाता, तेरे कर्मों से गुलामी की ओर बढ़ता है जाता।। बेहतरीन…

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गणतंत्र दिवस पर हिंदी कविता :- नया भारत बनाना है

आप पढ़ रहे हैं गणतंत्र दिवस पर हिंदी कविता :- गणतंत्र दिवस पर हिंदी कविता ये एक लोकतंत्र है ये देश स्वतंत्र है देश ने अब ठाना है हमें नया भारत बनाना है विवेकानंद का सपना है ये देश उसका अपना है ये जन जन को जगाना है हमें नया…

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गणतंत्र दिवस की हिंदी कविता :- गणतंत्र का पर्व है

आप पढ़ रहे हैं गणतंत्र दिवस की हिंदी कविता :- गणतंत्र दिवस की हिंदी कविता गणतंत्र का पर्व है सबको बधाई , नमन है उस महामानव को जिसने दिया भारत को संविधान । जहां जातिवाद का जहर था, धर्म सर्वोपरि था । वहां अकेला लड़ा वो महामानव, मानवता का सन्देश…

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गणतंत्र दिवस की कविता :- लोकतंत्र की है जो पहचान

आप पढ़ रहे हैं गणतंत्र दिवस की कविता :- गणतंत्र दिवस की कविता देश की खातिर जिसने अपना सब कुछ वार दिया उन वीरों का देश ने बढ़कर नित आभार किया खिलते रहे देश में ऐसे ही सुगंधित फूल जीवन को जिसने वतन पर निस्वार्थ एक करार दिया ।। इन…

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26 जनवरी पर हिंदी कविता :- गण को माना तंत्र

आप पढ़ रहे हैं 26 जनवरी पर हिंदी कविता :- 26 जनवरी पर हिंदी कविता छब्बीस जनवरी उन्नीस सौ पचास, पावन दिवस हुआ वो जग में खास, देश में जब लागू हुआ था संविधान, कानून बने सबके समान सम्मान खास।। दिये जिसमें हर जन को मूलभूत अधिकार, मतदान देकर चुने…

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26 जनवरी की कविता :- भारत गणतंत्र हुआ | 26 January

आप पढ़ रहे हैं 26 जनवरी की कविता :- 26 जनवरी की कविता छब्बीस जनवरी उन्नीस सौ पचासभारत गणतंत्र हुआ था।अपना राजा चुनने को,हर नर स्वतंत्र हुआ था।। गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय पर्व हैजिसपर हर भारतीय को गर्व है।छब्बीस जनवरी उन्नीस सौ पचास,संविधान से मिला ये महापर्व है।। संविधान हर भारतवासीकी…

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