मेरा नाम सूरज कुरैचया है और मैं उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के सिंहपुरा गांव का रहने वाला एक छोटा सा कवि हूँ। बचपन से ही मुझे कविताएं लिखने का शौक है तथा मैं अपनी सकारात्मक सोच के माध्यम से अपने देश और समाज और हिंदी के लिए कुछ करना चाहता हूँ। जिससे समाज में मेरी कविताओं के माध्यम से मेरे शब्दों के माध्यम से बदलाव आए।
आप पढ़ रहे हैं प्रेरणादायक कविता प्रेम का दीप जलाओ :- प्रेरणादायक कविता प्रेम का दीप जलाओ मिलजुल कर जीवन करो व्यतीत, कभी एक क्षण भी ना हो भयभीत, मार्ग में गाता चल मोहक सा गीत, कठिन डगर को तुम मित्र बनाओ, मन में एक प्रेम का दीप जलाओ। सफल…
Poem On Family In Hindi - आप पढ़ रहे हैं परिवार का महत्त्व बताती सूरज कुरैचया जी द्वारा रचित परिवार पर आधारित कविता ( Poem On Family In Hindi ) " जिसको सब कहते परिवार " :- Poem On Family In Hindiपरिवार पर कविता जहां जीवन दौलत के बिनखुश रहता…
आप पढ़ रहे हैं मदर्स डे पर कविता :- मदर्स डे पर कविता मां का नाम जब लेता हूं भर जाता है नव उत्साह। जीवन के हर एक पथ में मिल जाती हैं सुखद राह।। सुबह सुबह बड़े प्यार से बिस्तर से मुझको जागती है। जब कभी मै रूठ जाता…
Mothers Day Poem In Hindi आप पढ़ रहे हैं मातृ दिवस पर कविता ( Mothers Day Poem In Hindi ) :- Mothers Day Poem In Hindiमातृ दिवस पर कविता मां जब जब मैं कहता हूंप्रफुल्लित हो जाता है उर।जैसे नन्हे जन्मे पंक्षी कोमिल जाते हो उड़ने के पर।। एक पल…
धरती के सीने पर हल चला कर लोगों का पेट भरने वाले किसान पर छोटी कविता "अपने बल से बंजर धरती को " किसान पर छोटी कविता गांवो की गलियों में चलकर कांटो की चुभन सहकर किसान। अपने बल से बंजर धरती को हरा भरा करता वह रेगिस्तान।। मिटटी से…
Hindi Poem On Hard Work आप पढ़ रहे हैं परिश्रम पर कविता :- Hindi Poem On Hard Workपरिश्रम पर कविता मार्ग मुश्किलों से भरा होधैर्य नहीं कभी खोना तुम।निरंतर परिश्रम करते रहनानिराश हो नहीं रोना तुम।। झोंक देना संपूर्ण साहस कोक्षण भर न तुम करना आलस।अपनी असीमित क्षमताओं पेसच्चे ह्रदय…
आप पढ़ रहे हैं बचपन की यादों पर कविता :- बचपन की यादों पर कविता बचपन की यादों ने फिर से लौटाया मोहक सा दृश्य अनोखा। जब हमने गांव की गलियों में बच्चो को कोलाहल करते देखा।। सहसा डूब गया स्मृतियों में देखे वही सारे बचपन के दृश्य। जो क्षण…
आप पढ़ रहे हैं प्रयास पर कविता :- प्रयास पर कविता जीवन की भुलभुलैया में बहुत हुआ मुझको अनुभव। गिर गिरकर खड़ा हुआ मै तब मिला सफलता का पथ नव।। प्रत्येक मोड़ पर हर मार्ग में मुश्किलें बांहे फैलाए खड़ी थी। दूर से लग रही थी तिनके सी गया समक्ष…
आप पढ़ रहे हैं होली पर हिंदी कविता :- होली पर हिंदी कविता रंग ही रंग होंगे चारो ओर समक्ष आयेगी जब होली। घर के आंगन में सजी होगी प्यारी सी मनमोहक रंगोली।। स्वर्ग जमी पर उतर आएगा प्रफुल्लित होंगे समस्त मानव। वसुधा पे इतना उल्लास देख भाग जाएंगे सारे…
आप पढ़ रहे हैं याद पर कविता :- याद पर कविता अचानक याद उसकी आई नादान दिल घबरा गया सावन में पवन का झोंका दिन में मुझको डरा गया ये हवा मजाक उड़ाती मेरा कहती है क्या हुआ इस बार कहां खो गए वह प्रेम के झूले और रंग-बिरंगे फूलो…
आप पढ़ रहे हैं हास्य कविता भाग्य की रेखा ( Hasya Kavita Bhagya Ki Rekha ) :- हास्य कविता भाग्य की रेखा मेले में हुए प्रथम दर्शन टिक्की खाते उसको देखा। सहसा उर से आयी आवाज यही है मेरे भाग्य की रेखा।। आंखो में बसी मासूमी थी मुख पर थी…
Mera Bachpan Poem In Hindi आप पढ़ रहे हैं मेरा बचपन पर कविता :- Mera Bachpan Poem In Hindiमेरा बचपन पर कविता चलो तुम्हें ले चलता हूं मैंनन्हें से बचपन की ओर।मिलकर जहां सारे बच्चेजगाते थे मचाकर शोर।। मां की एक नहीं सुनते थेहम करते थे अपने मन की।हंसकर हम…