Nari Samman Par Kavita | नारी सम्मान पर कविता ‘ मर्यादा ‘
Nari Samman Par Kavita आप पढ़ रहे हैं नारी सम्मान पर कविता :- Nari Samman Par Kavitaनारी सम्मान पर कविता नर नारी में भेद रहा हैकि नर से भारी नारी मर्यादा में कौन बड़ा है?यह प्रश्न बड़ा है न्यारी दोष अहिल्या किया कौन?पत्थर सी वह बेजान बनी,पुरुष पौरूष प्रधान क्यों?नारी क्यों अनजान बनी? रावण सीता को छु न…