जन्म दिन पर शायरी ग़ज़ल | Janamdin Par Shayari Ghazal

नमस्कार दोस्तों मुझे बहुत बार लोग़ों ने ये कहा है कि मैं जन्म दिन पर भी कोई ग़ज़ल लिखूँ। तो इस लिए आज मैं आपका शायर 'यशु जान' अपनी क़लम से लेकर आया हूँ एक शानदार ग़ज़ल जो कि आज किसी ख़ास शख़्स के जन्म दिन पर ही लिख़ी गई…

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हिंदी कविता श्रृंगार | Hindi Kavita Shringar

हिंदी कविता श्रृंगार   "ना बाल बनाई , मैं काजल लगाई ना लाली लगाई , ना बिंदिया लगाई फिर भी झलकती है, तुझ में चांदनी क्योंकि तुझ में है ख्वाहिशों की रोशनी " "दर्पण भी है तेरे आगे फीका क्योंकि तूने पहन रखा है आशाओं का जोगा" "यह काजल, यह…

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हिंदी कविता गांव पर :- हर गांव हर शहर से अच्छा

आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता गांव पर :- हिंदी कविता गांव पर हर गांव हर शहर से अच्छा सुविधा कम सही जीवन तो अच्छा। शुद्ध व्यंजनों का भोग करते न कभी कठिनाई से डरते। भाईचारे से हम सब रहते बाल्यकाल से यही सिखाते। चहूँ दिशा प्रकृति का श्रृंगार निराला…

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हिंदी कविता चाँद से फरियाद | Hindi Kavita Chand Se Fariyaad

चाँद से एक प्यारी सी बातचीत पर हिंदी कविता चाँद से फरियाद :- हिंदी कविता चाँद से फरियाद ऐ चाँद इतना भी न अब तू इतरा। ऐसा तो नहीं,तुझ पर कोई नहीं उतरा। चल जिद छोड़,और आने दे अब हमें ताकि पहना सकें तुझे,तिरंगे का सेहरा। क्या चाहता है हमसे,जरा…

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तेरी याद में कविता | Teri Yaad Me Kavita

तेरी याद में कविता तेरी याद में साँसें दबी दबी सी अरमाँ कुछ कम हैं। दिल के दर्द में आज धड़कन गुमशुम हैं। रोती रही जमीं मगर न बरसा आसमाँ। तेरी याद में हमदम मेरी आंखें नम है। मुझको गयी तू छोड़कर जबसे ऐ जानेजां। तेरे प्यार में अब तो…

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प्यार की कविता हिंदी में :- पाई जब इक झलक तेरी

प्यार की कविता हिंदी में पाई जब इक झलक तेरी दीवाना मैं उस पल हुआ हूँ। देख तेरी सादगी फिर मैं तो तेरा कायल हुआ हूँ। सुकून नहीं न करार मुझे तेरे खयालों में ही डूबा रहूँ। जब से देखा ये चेहरा तेरा मैं तो तबसे घायल हुआ हूँ। तेरे…

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फाल्गुन पर कविता :- फागुन महीना आया

मनहरण घनाक्षरी में लिखी हरीश चमोली जी की ( Fagun Maheene Par Kavita ) फाल्गुन पर कविता "फागुन महीना आया" :- फाल्गुन पर कविता फागुन महीना आया होली भी है साथ लाया झूम-झूम सब मिल खुशियां मनाइये। गुब्बारे में रंग भर गिलास में भंग भर यहां-वहां घूम फिर गुलाल उड़ाइये।…

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हिंदी कविता खुद को पहचानो | Kavita Khud Ko Pahchano

आप पढ़ रहे हैं हरीश चमोली जी द्वारा रचित ( Hindi Kavita Khud Ko Pahchano ) हिंदी कविता खुद को पहचानो :- हिंदी कविता खुद को पहचानो दिल में छिपी तमस को तुम, खुद से जरा हटाकर तो देखो। फितूर अपने मस्तिष्क का, पुष्प सा महकाकर तो देखो। जीवनदाता परमेश्वर…

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हिंदी कविता मुसाफिर हूँ मैं यारों | Musafir Hun Main Yaaron

हिंदी कविता मुसाफिर हूँ मैं यारों न जाने आज मैंकिस ओर चल रहा हूँ।अनजानी राहों मेंगिरने से सँभल रहा हूँ।कदम डगमगा रहे राह में,फिर भी सीना तान खड़ा हूँ। मुसाफिर हूँ मैं यारोंलक्ष्य ढूंढने चल पड़ा हूँ।   जैसी भी बाधाएं आएंमैं उनके मुताबिक ढल रहा हूँ।  हार जीत कुछ…

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देश भक्ति दोहे सैनिकों पर | Desh Bhakti Dohe Sainiko Par

देश भक्ति दोहे सैनिकों पर हर कतरा निज देह का,कर देते हैं दान। रक्तिम बूंदों से लिखा,तन पर हिंदुस्तान। दुश्मन का हो अंत ये, है बस मेरा काम। भारत माँ की जय करूँ, और जपूँ श्री राम।। देशभक्ति करता रहूँ, जन्म-जन्म सौ बार। मौत मिले जो इस जन्म, पुनः लूँ…

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गौरैया पर कविता :- प्यारी गौरैया | Beautiful Sparrow Poem In Hindi

Sparrow Poem In Hindi आप पढ़ रहे हैं गौरैया पर कविता " प्यारी गौरैया " :- Sparrow Poem In Hindiगौरैया पर कविता ओ मेरी प्यारी गौरैया,तुम हमसे रूठ ना जाओ!ओ मेरी सोनचिरैयातुम हमसे दूर ना जाओ, बस मेरी इतनी है विनतीअब तो घर आ भी जाओ,ओ मेरी नन्ही चिड़ियातुम घर लौट आओ! उषा की…

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पर्यावरण पर कविता इन हिंदी :- मूक पेड़ बोल नहीं सकते हैं

पर्यावरण पर कविता इन हिंदी मूक पेड़ बोल नहीं सकते हैं परन्तु दर्द उनका महसूस करो। तुम एक नन्हा सा वृक्ष लगाकर जीवन में खुशी की किरण भरो।। दुखद जीवन से पतझड़ को तुम वृक्ष लगाकर बनाओ सावन। चीख चीख कर पुकार रही तुम्हे वृक्षों से भरो धरती का आंगन।।…

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