Prakriti Par Kavita प्रकृति पर कविता Beautiful Poem On Nature

Prakriti Par Kavita आप पढ़ रहे प्रकृति पर कविता :- Prakriti Par Kavitaप्रकृति पर कविता रंग बिरंगे धरा पे फूल खिले हैंप्रतीत हुआ आ गया है सावन।हरियाली के वस्त्र पहन प्रकृतिकल तक जो थी रेगिस्तान।। तितलियां सभी प्रफुल्ल होकरमनमुग्ध हो उड़ी नील गगन में।विपरीत परिस्थितियों में भी वहखोज लेती खुशियां…

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हिंदी कविता उर के दीप | Hindi Kavita Ur Ke Deep

आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता उर के दीप :- हिंदी कविता उर के दीप कांटों को क्या कहना, हमें तो फूलों से डर लगता है, काँटे मजबूत बनाते हैं , फूल तो पल भर में सूख जाते हैं, भले ही वो शोभा बढ़ाते हैं, पर पल भर का ही…

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माता पिता का दर्द कविता | Mata Pita Ka Dard Kavita

माता पिता का दर्द कविता ( Mata Pita Ka Dard Kavita ) बयां कर रही है उन माता-पिता के दर्द को जिनके बेटे उन्हें छोड़ कर विदेशों में जा बसे हैं। अब उके द्वारा माँ-बाप की कोई खबर नहीं ली जा रही। कैसी है उनकी व्यथा आइये पढ़ते हैं इस…

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ग़ज़ल जहां को बता दूँ | Ghazal Jahan Ko Bata Du

आप पढ़ रहे हैं ग़ज़ल जहां को बता दूँ :- ग़ज़ल जहां को बता दूँ तेरे हिज्र में ख़ुद को ऐसी सज़ा दूँ मोहब्बत है क्या ये जहां को बता दूँ गुज़र पाएगी कैसे तन्हा जवानी किसी नाज़नीं को जिगर में बिठा दूँ बहुत तीरगी है न यूँ दूर होगी…

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ध्वजा तो मंदिर में लहराती है सदा | Dhwaja To Mandir Me

आप पढ़ रहे हैं ध्वजा तो मंदिर में लहराती है सदा :- ध्वजा तो मंदिर में लहराती है सदा हवाओं ने रुख बदली, सितारों ने चाल बदली। मगर ध्रुव तो अटल रहता हैं अंबर पे सदा। समुंद्र ने किनारे बदले, तूफानों ने लहरें बदली। मगर जल तो जीवन- प्राण रहता…

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Poem On Brother In Hindi | भाई पर कविता हिंदी में | Bhai Par Kavita

Poem On Brother In Hindi - आप पढ़ रहे हैं भाई पर कविता हिंदी में " जिसको हम सब कहते भाई " :- Poem On Brother In Hindiभाई पर कविता एक अनोखा है संसार मेंजिसको हम सब कहते भाई।कठिन परिश्रम करके वह तोअपने परिवार की करता भलाई।। कभी घन घोर अंधेरी…

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ग़ज़ल अच्छा लगता है | Ghazal Achha Lagta Hai

ग़ज़ल अच्छा लगता है ख़त का आना,सबसे छुपाना, अच्छा लगता है। सोच के रखना नया ठिकाना, अच्छा लगता है। पहली टक्कर,ज़ोर का झगड़ा नहीं भूलता कुछ बार-बार क़िस्सा दोहराना, अच्छा लगता है। प्यार का बोसा,टपका आँसू, सुर्ख़ गुलाबी गुल ख़त से इत्र की ख़ुश्बू आना, अच्छा लगता है। चाँदनी रातें,तारे…

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हिन्दी प्रेरक कविता | Hindi Prerak Kavita

आप पढ़ रहे हैं हिन्दी प्रेरक कविता :- हिन्दी प्रेरक कविता उड़ती हुई तितली ने कहा जीवन के पल बस है दो चार। मस्ती के संग जीवन जीना चिंताओं का तू न रखना भार।। कल की अनदेखी कल्पना में न खोना तुम अनमोल आज को। लोगो के अनुसार कभी भी…

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जीवनसाथी के लिए कविता | Jeevansathi Par Kavita | Love Poem For Wife

जीवनसाथी के लिए कविता आप पढ़ रहे हैं जीवनसाथी के लिए कविता " जीवनसाथी के संग " :- Jeevansathi Par Kavitaजीवनसाथी के लिए कविता पहली बार जब उसको देखादिल ने कहा चांद निकला।देख के उसकी मोहक मुस्कानह्रदय का मेरे मौसम बदला।। दुनिया मेरी थम सी गईमन के बाग में फूल…

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माँ पर कविता हिंदी में :- मां होती हैं जिसके पास

आप पढ़ रहे हैं माँ पर कविता हिंदी में "माँ होती है जिसके पास" :- माँ पर कविता हिंदी में मां होती हैं जिसके पास वह होता है सबसे अमीर। बिन मां के सिकन्दर भी होता है सबसे बड़ा फकीर।। मां सुत की रक्षा करती हैं दुखद क्षणों में बन…

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नाक पर कविता :- नाकों की दुनिया | Perfect Nose Poem In Hindi

Nose Poem In Hindi आप पढ़ रहे हैं नाक पर कविता :- Nose Poem In Hindiनाक पर कविता किसी की नाक पतली तो किसी की मोटी!नाकों की दुनिया भी अजीब अनूठी!! चोंच की तरह नुकीली तो किसी की चपटी नाक!किसी की बड़ी तो किसी की छोटी नाक!! किसी की होती…

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मैं मजदूर की बेटी हूँ :- ट्विंकल वर्मा द्वारा रचित कविता

एक मजदूर के परिवार के जीवन में क्या कठिनाई आती हैं आइये पढ़ते हैं एक बेटी द्वारा रचित मैं मजदूर की बेटी हूँ :- मैं मजदूर की बेटी हूँ आओ दोस्तों मजदूरों की दास्तां सुनाती हूँ। दूसरों की छोड़ो मैं खुद मजदूर पिता की बेटी हूँ। ज़िन्दगी के हर उतर…

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