माँ की याद कविता | Maa Ki Yaad Kavita
आप पढ़ रहे हैं ( Maa Ki Yaad Kavita ) माँ की याद कविता :- माँ की याद कविता माँ तुम बिन क्या हाल हुआ पल-पल सदियाँ कहती है, लौट आओ तुम फिर से माँ अखियों से नदियाँ बहती है, तुम बिन कैसे जीते हैं सब इक पल ये…
आप पढ़ रहे हैं ( Maa Ki Yaad Kavita ) माँ की याद कविता :- माँ की याद कविता माँ तुम बिन क्या हाल हुआ पल-पल सदियाँ कहती है, लौट आओ तुम फिर से माँ अखियों से नदियाँ बहती है, तुम बिन कैसे जीते हैं सब इक पल ये…
घर को स्वर्ग बनाने वाली गृहिणी पर कविता :- गृहिणी पर कविता चलती कलम छोड़ झाडू घसीटना, दूध की मलाई खाना छोड़ मक्खन के लिये बचत करना, दुपट्टे से उम्र के सम्बंध जोड़ना कभी साड़ी में घसीटना। कभी चुनरी खीसकने से संभालना, किताबें छोड़, गृहस्थी पढ़ना, एक एक फुल्का गोल…
माँ पर कुछ पंक्तियाँ माँ जब होती है तो जीवन आनंदमयी होता है। वह खुद तकलीफें सह लेती है लेकिन अपने बच्चों को हमेशा खुश रखती है और घर को स्वर्ग बना कर रखती है। इसी विषय पर प्रस्तुत हैं माँ पर कुछ पंक्तियाँ :- माँ पर कुछ पंक्तियाँ एक…
माँ के इस दुनिया से चले जाने के बाद अपने हृदय की भावना को शब्दों का रूप देती हुयी " स्वर्गीय माँ की याद पर कविता " स्वर्गीय माँ की याद पर कविता बदला नेचर देख देख कर मैं टूटता बहुत हूँ माँ, कहा था कस के थामे रहना मैं…
सरहद पर जब हमारे जवान देश की रक्षा करते हुए शहीद होते हैं तो सिर्फ उनके ही परिवार को नहीं बल्कि पूरे देश को उसका दुःख होता है। ऐसे में एक आम व्यक्ति की भावना क्या होती है? आइये पढ़ते हैं ( Shaheed Sainik Ke Liye Kavita ) शहीद सैनिकों…
हिंदी कविता गीत पटल के गाऊंगा नाम पटल के सारा जीवन इक दिन मैं कर जाऊंगा, जब तक साँस चलेगी मेरी गीत पटल के गाऊंगा। फीकी फीकी सी लगती है चेहरे की लाली मेरी, धुंधलाया है दिन दिन में भी रातें बन गयी काली मेरी, कैसी है तकदीर ये मेरी…
गीत कुँवारा लिख डाला क्या व्यथा कहूँ रीते घट की मरुथल पनघट भी पी डाला, मन ने कोरे कागज पर गीत कुँवारा लिख डाला। आओ पढ़ना तुम कान्हा प्रेम के ढ़ाई आखर को, विरहिणी विरह में जाग रही गागर में भर दो सागर को, हल्दी कुमकुम के रंगों का भाव…
पटल को समर्पित कविता पलता आया प्राण पिंजर में हर साँस ने मेरी गाया, एक से बढ़कर एक सुर-पाँखी पटल के मन को भाया। ढ़ली साँझ बन मुरली जैसी मधुर तान का फेरा, कलरव करते ओर चहकते चहूँ और परिंदी डेरा, अक्षर-मंत्र शब्द के टोने स्वर के बाण चलाया, रचनाओं…
हमारे समाज और देश में आज-कल होने वाली घटनाओं को कौन नहीं जानता? ये सब देख कर आम आदमी चाहे खामोश रहे लेकिन एक कवि कभी चुप नहीं बैठता। वो अपनी आवाज उठाता है अपनी कलम से। ऐसे ही एक ककवि की भावना है यह आज के सच पर (…
आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता मन की खुशियाँ :- हिंदी कविता मन की खुशियाँ मन की खुशियाँ गम लिख डाले ज्यादा नहीं तो कम लिख डाले, रजनीगंधा सी देह तुम्हारी पुष्पों सा यौवन लिख डाले। महका निखरा रूप तुम्हारा चिर-असीम आभा लिख डाले, साँसों के महके सर्पो से उन…
आप पढ़ रहे हैं ( Hindi Kavita Kyo Marne Lage ) हिंदी कविता - क्यों मरने लगे :- हिंदी कविता - क्यों मरने लगे व्यापार आँसुओं का करने लगे वादों से भी अपने मुकरने लगे, पटल के आचार्यों समझाओ हम जीते जी क्यों मरने लगे। एक दौर था सुकूँ से…
आप पढ़ रहे हैं प्रवीण जी द्वारा रचित ( Hriday Ka Khalipan Hindi Kavita ) हिंदी कविता - हृदय का खालीपन हिंदी कविता - हृदय का खालीपन हृदय में खालीपन लिए उसकी आहटों को खोजती हूँ। मिले सुखद संदेश उनका हो ख़बर -सुध कोई, रहे कुशल-मंगल सदा वो ये प्रार्थना…