यह कविताएं हमें भेजी है रामबृक्ष कुमार जी ने अम्बेडकर नगर से।
कविता थकान का पसीना - आप पढ़ रहे हैं Kavita Thakaan Ka Paseena :- Kavita Thakaan Ka Paseenaकविता थकान का पसीना मोती सा मस्तक पर झिलमिललुढ़क रहा धीरे धीरेझर झर झरता पग तल रज में ,जाता चूम चरण तेरे, इस मोती में भाग्य झलकतातेरा जी हो लेकर चल,तन मन का यह…
विद्यार्थी जीवन पर कविता - आप पढ़ रहे हैं ( Vidyarthi Jivan Par Kavita ) विद्यार्थी जीवन पर कविता :- विद्यार्थी जीवन पर कविताVidyarthi Jivan Par Kavita खेल खेल में शिक्षा हो परशिक्षा को खेल समझ बैठे,अब राजनीति के मंचों परतित्तिल सा खूब उलझ बैठे। न इन्हें पड़ा तेरे रोजी…
Deepawali Par Kavita - आप पढ़ रहे हैं दीपावली पर कविता :- Deepawali Par Kavitaदीपावली पर कविता बन जुगनू जगमग कर जाएं।आओ मन का दीप जलाएं।। भेद भाव की छोड़ बुराईभर मन में अपने अच्छाई,दिल में जो अंधकार भरा हैदीपक दिल में बुझा पड़ा है, दिल से नफ़रत द्वेष मिटाएं।आओ मन का दीप जलाएं।। दीप जलाना एक बहानासाथ खड़े…
Rose Poem In Hindi आप पढ़ रहे हैं गुलाब पर कविता :- Rose Poem In Hindiगुलाब पर कविता मैं गुलाब हूं फूलों में,रहता कृष्ण के झूलों में,या वीर जवानों के पथ परया सुंदर बालों के जूड़ो में, मेरा जन्म हुआ है कांटों में,जीवन के विघ्न सा बाटो में,वो चुभ जाए जो हिलूं जरा,हूं जिह्वा…
Nari Samman Par Kavita आप पढ़ रहे हैं नारी सम्मान पर कविता :- Nari Samman Par Kavitaनारी सम्मान पर कविता नर नारी में भेद रहा हैकि नर से भारी नारी मर्यादा में कौन बड़ा है?यह प्रश्न बड़ा है न्यारी दोष अहिल्या किया कौन?पत्थर सी वह बेजान बनी,पुरुष पौरूष प्रधान क्यों?नारी क्यों अनजान बनी? रावण सीता को छु न…
Self Motivation Poem Hindi आप पढ़ रहे हैं मोटिवेशनल कविता जब मानव करने पर आता है :- Self Motivation Poem Hindiजब मानव करने पर आता है जीवन जीने का यदि हो उमंग,दु:ख भी भर देता जीवन में रंग,है काम कौन कर सके न नरआलस्य त्याग चल पड़े डगर, सांसें भर कर हिम्मत कस कर,पथ पर चल…
Ye Mera Haq Hai Hindi Poem | आप पढ़ रहे हैं कविता ये मेरा हक है :- कविता ये मेरा हक है बड़े प्यार से, मां के गोद में, बैठे बैठे पूछागीले बिस्तर पर क्यों सोती? मुझे सुलाती सूखातीखा तीखा लात मरता तुझको लगता मीठाखाना खाती मेरे खातिर, सो न जाऊं भूखासिर सहलाती माता…
Guru Mahima Par Kavita आप पढ़ रहे हैं गुरु महिमा पर कविता :- Guru Mahima Par Kavitaगुरु महिमा पर कविता आंख मूंद झांकू अन्तर्मन,पाऊं पावन पग अवलंबन,परम पूज्य ईष्ट गुरु जनकर जोड़ करू अभिनंदन। चित चरित्र चेतना सृजनकर्ताभाषा भाव भावना प्रवर्तामात-पिता तो जीवन दाता,गुरू देव आप भाग्य विधाता। जाति धर्म सब एक न माना,गैरों…
आप पढ़ रहे हैं कविता नीम की छांव :- कविता नीम की छांव गिल्ली डंडा बाघा बीताछुक छुक इंजन वाला खेल,दिन भर आना जाना रहतासबसे होता रहता मेल। सुख-दु:ख की सब बात समझते,अपनापन के फूल थे झड़ते ,तैरते प्यार की नाव मेंपुराने नीम की छांव में। बिखर गये सम्बन्ध सबपतझड़ सा बहार में,ऐसा…
Badal Par Kavita आप पढ़ रहे हैं बादल पर कविता :- Badal Par Kavitaबादल पर कविता खींच खींच ले मन को जातेमीत मनोहर वे बन जाते ,उमड़- घुमड़ कर आगे पीछेउड़ते बादल कहां को जाते? कुछ नाचते खुशी मनातेकुछ के आंसू झर झर जाते ,सुख दु:ख का यह संगम कैसा ?नई नवेली दुल्हन जैसा ,आंखों से जो जल बरसातेउड़ते…
Poem On Smile In Hindi आप पढ़ रहे हैं मुस्कान पर कविता :- Poem On Smile In Hindi मुस्कान पर कविता मानव मुस्कान भरो मन में जीवन नीरस न बनने दो,किसलय कुसुम सा खिलने दो,भार बनो न धरती का,जज्बा रखो कुछ करने का,भौंरे गुनगुनाने दो कानन मेंमानव मुस्कान भरो मन में। उगता सूरज हो…
आप पढ़ रहे हैं ( Samay Par Hindi Kavita ) समय पर कविता :- Samay Par Hindi Kavitaसमय पर कविता कल से कल तक ले आज खड़ा हूंहर युग हर पल कण-कण में पड़ा हूंराग रागिनी निडर निर्भय हूंघात अघात घातक प्रलय हूं,क्योंकि मैं समय हूं। है कौन रहा ऐसा जग में,जिस संग सदा…