अन्नदाता पर कविता :- इस देश का अन्नदाता
आप पढ़ रहे हैं ( Annadata Par Kavita ) अन्नदाता पर कविता :- अन्नदाता पर कविता इस देश का अन्नदाता चारों तरफ से बेहाल है, कोई पूछने वाला नहीं उनके क्या हाल हैं। किसान सड़क पर कब से बैठे हैं, इतनी भयंकर सर्द ठंड में भी डटे हैं। जिसका अन्न…