हिंदी कविता प्रेम के दुश्मन | Kavita Prem Ke Dushman

आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता प्रेम के दुश्मन :- हिंदी कविता प्रेम के दुश्मन होती है शुरुआत प्रेम के दुश्मनों की घर और परिवार से, सहन नहीं कर पाते अपने बच्चों के प्रेम को। प्रेम की पूजा करने वाले मार डालते हैं प्रेम को, प्रेम में बंधी जोड़ी को...…

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विश्व गौरैया दिवस पर कविता | Gauraiya Diwas Par Kavita

आप पढ़ रहे हैं विश्व गौरैया दिवस पर कविता :- विश्व गौरैया दिवस पर कविता मेरे घर में घोंसला बनाओगी गौरैया तुम जरूर ही आओगी, हम देगे तुमको संरक्षण तुम विलुप्त न हो पाओगी, गौरैया तुम जरूर ही आओगी। घर घर भ्रमण को मत जाना मेरे घर में ही तुम…

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हिंदी कविता सफलता | Hindi Kavita Safalta

आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता सफलता :- हिंदी कविता सफलता बुझ रहे हो दीयें सारे, ओट कर.. जलाए रखना। जल विहीन भूमि से भी, तुम....निकाल लोगे जल.. विश्वास को बनाए रखना। अंधकार व्याप्त हो.. सूर्य की तलाश हो, मार्ग जुगनूओं की रोशनी से तुम सजाए रखना। मुश्किलें मिले अगर,…

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उपहार पर कविता | Uphaar Par Kavita

आपपढ़ रहे हैं उपहार पर कविता :- उपहार पर कविता जीवन में आती है बहार, मिले जब कोई उपहार। जीवन संघर्ष का है पर्याय, इसे सहज बनाते है उपहार। मंगल कामना के साथ, मंगल कार्यों में मिलते है उपहार। याद दिलाते हर एक लम्हा, सम्मुख होता है इजहार। भारतीय संस्कृति…

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संगीत पर कविता | Sangeet Par Kavita

आप पढ़ रहे हैं संगीत पर कविता :- संगीत पर कविता सरहदों में बंध जाए वह संगीत ही क्या! भाषाओं की बेड़ियां जकड़ ले वो गीत ही क्या! संगीत किसी संस्कृति सभ्यता में कैद हो जाए... असंभव है। कौन बांध पाया है नदियों की कल -कल को? कौन रोक पाया…

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हिंदी कविता खूब हूँ रोया | Kavita Khoob Hun Roya

आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता खूब हूँ रोया :- हिंदी कविता खूब हूँ रोया उसकी काली जुल्फो के साये में रहने का मन करता है दिल कितना भी रूठ जाए ,, पर उसे सुनने का संग करता है हाथों की बनी चाय फिर से पीने का मन करता है…

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हिंदी कविता उत्कर्ष का दर्जा | Kavita Utkarsh Ka Darja

आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता उत्कर्ष का दर्जा :- हिंदी कविता उत्कर्ष का दर्जा गलतियां हुई थी ये मान रहा,लेकिन ये बात कोई समझाओ उसे... दूर जानें की कोई एक वजह बतलाओ तो मुझे मै पूछता हूं लेकिन, तुम कुछ बताती नहीं करूँ कितनी भी कोशिश दिल बहलाने की…

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हिंदी कविता मृगमरिचिका | Hindi Kavita Mrig Marichika

आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता मृगमरिचिका :- हिंदी कविता मृगमरिचिका मृगमरिचिका जीवन सारा तृष्णा में डूबा जाता है। तृष्णाग्रस्त हो खोया रहता , हाथ नहीं कुछ आता है। मरुभूमि में उज्जवल जल सा... बार-बार बहकाता है। कस्तूरी सा दिशाविहीन मन, भटका- भटका जाता है। रेत ,खार की परतों पर…

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हिंदी कविता मुकदमा | Hindi Kavita Mukadma

आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता मुकदमा :- हिंदी कविता मुकदमा संस्कृति ,सभ्यता, परंपराएं.. कटघरे में घबरायें, पेशी हैआज उनकी... आधुनिकता मुस्कुराए। निगल जाएगी वह जैसे आंखें उन्हें दिखाएं । घबराहट और डर से तीनों दम तोड़ती सी जाएं। मुकदमा पहला खोला, जोरदारी से है वह बोली, शोषण की लंबी…

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ब्लैक होल पर कविता | Blackhole Par Kavita

आप पढ़ रहे हैं ब्लैक होल पर कविता :- ब्लैक होल पर कविता शक्तिशाली गुरुत्वाकर्षण शक्ति के स्वामी तुम, मंशा क्या है तुम्हारी? खींच लेते हो सारा उजास क्यों???? घुप्प............ अंधेरा ....... अंधे गहरे कुएं जैसे.....। भौतिक विज्ञान के सारे नियम बौने हो जाते हैं तुम्हारे आगे। विशालकाय तारे से…

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गंगा पर कविता :- बहती धारा | Ganga River Poem In Hindi

आप पढ़ रहे हैं गंगा पर कविता " बहती धारा " :- गंगा पर कविता शिव की शिखा से बहती वह अमृत अविरल धारा। स्वर्गलोक से उतर धरा, लोगों के पापों को तारा। जन लोक कल्याण कर, सबका जीवन तारा। अपने साथ वह लाई, कई अन्य बहती धारा। मानव ने…

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कविता वैक्सीन का भारत | Kavita Vaccine Ka Bharat

आप पढ़ रहे हैं ( Kavita Vaccine Ka Bharat ) कविता वैक्सीन का भारत :- कविता वैक्सीन का भारत इंतज़ार की घड़ियाँ बीती, दूर हुआ काला साया टीकाकरण प्रारंभ हो गया, भारत में कोवैक्सीन आया नवनिर्माण के भारत में,हम टीकाकरण करायेगें दो गज दूरी के झंझट से,मिलकर मुक्ति पायेगें आफ़िस…

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