सावन पर कविता :- सावन का मौसम आया है | Sawan Poem In Hindi

Sawan Poem In Hindi - आप पढ़ रहे हैं सावन पर कविता :- Sawan Poem In Hindiसावन पर कविता सावन का मौसम आया है,बड़ा ही पावन है ये मौसमशिव शक्ति ने विवाह रचाया है हरजन शिव की महिमा गाता---मन मंदिर शिवाला बन जाता,दुख के बादल सब छट जाते---जब हरियाला सावन आता, सावन मनुहार सुनाता…

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Bhagat Singh Poetry भगत सिंह पर बेहतरीन कविता Awesome Poem

Bhagat Singh Poetry In Hindi - आप पढ़ रहे हैं भगत सिंह पर कविता ( Bhagat Singh Par Kavita ) :- Bhagat Singh Poetryभगत सिंह पर कविता तुम भगत थे आजादी केडूब के आजादी के भक्ति मेंजीवन का रस भूल गए,खौफ और मोह को ताक पर रखकरफांसी के फंदे झूल गए। देश को सब…

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Hindustan Par Kavita | हिंदुस्तान पर कविता :- ये है मेरा हिन्दुस्तान

Hindustan Par Kavita - आप पढ़ रहे हैं हिंदुस्तान पर कविता :- Hindustan Par Kavitaहिंदुस्तान पर कविता ये है मेरा हिंदुस्तान, दुनिया में है सबसे महान।यहां सभी धर्मो का, होता है पूरा सम्मान। विविधता में एकता, इसकी है विशेषता।संप्रभुता संपन्न है संविधान, नही है कोई विवशता। दक्षिण में हिंद महासागर, उत्तर में खड़ा हिमालय।प्रायद्वीप…

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आदिवासी कविता | Adivasi Kavita In Hindi

आप पढ़ रहे हैं ( Adivasi Kavita ) आदिवासी कविता :- आदिवासी कविता शोषित,अपेक्षित, इस धरती के वासी,आदिवासी बनाम मूल निवासी। विकास है बाधक…विस्थापन की मार।कट रहे जंगल,खो रहे ये रोजगार। अस्मिता खतरे मेंफिर भी खुद को रहे संभाल,सांस्कृतिक विरासत के असली हकदार। सुदूर ..अंचल निवासीभूल रहे गीत,न रही बांसुरीन रहा मांदर संगीत। कौन…

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हिंदी कविता बढ़ते कदम | Hindi Kavita Badhte Kadam

आप पढ़ रहे हैं ( Hindi Kavita Badhte Kadam ) हिंदी कविता बढ़ते कदम :- Hindi Kavita Badhte Kadamहिंदी कविता बढ़ते कदम तान ले यदि तीर अपना मंजिल की ओरसोचकर उम्मीदों पर खरे उतर रहे हम ,दुनिया तुम्हारा नाम क्यों याद रखेगी ?बस छोड़ दे तीर यह समझकर ,है केवल सोच और कर्मों में…

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हिंदी कविता परछाईयाँ | Hindi Kavita Parchhaiyan

आप पढ़ रहे हैं ( Hindi Kavita Parchhaiyan ) हिंदी कविता परछाईयाँ :- Hindi Kavita Parchhaiyanहिंदी कविता परछाईयाँ न शौक, न श्रृंगार ,न इच्छा न चाह हो,न दु:ख हो न दर्द हो,कठिन भले ही राह हो,तेरे बिना रहना कैसा?भाये भला तनहाइयां?बनकर सदा चलता रहूं ,अमिट तेरी परछाइयां। कहता कौन? होता…

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Judai Par Kavita | जुदाई पर कविता

आप पढ़ रहे हैं ( Judai Par Kavita ) जुदाई पर कविता :- Judai Par Kavita जुदाई पर कविता ' जुदाई ' विधाता लिखता उनके नसीब में सहनशक्ति अद्भुत होती अपार जिसमें जुदाई के बाद मिलन का अधिकारी वही तड़पा है उस पल के लिए जो हर पल मे। जुदाई…

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Bhagwan Ram Par Kavita | भगवान राम पर कविता | Beautiful Poem On Lord Ram

आप पढ़ रहे हैं ( Bhagwan Ram Par Kavita ) भगवान राम पर कविता :- Bhagwan Ram Par Kavitaभगवान राम पर कविता वो सिर्फ इक नारा नहीं, हम हिंदुओं का मान है,है वीरता जिनकी बड़ी, इंसाँ नहीं भगवान है।है कौन संहारक यहॉं और कौन जीवन धाम है,हर आदमी ये कह रहा, श्री राम है,…

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कविता जीने का सहारा हूं मैं | Kavita Jeene Ka Sahara Hun

आप पढ़ रहे हैं ( Kavita Jeene Ka Sahara ) कविता जीने का सहारा हूं मैं :- कविता जीने का सहारा हूं मैं न महलों बीच उजाला हूं मैंन ज्वालामुखी का ज्वाला हूं मैं न आसमान का तारा हूं मैंन मेघ बीच चंचल चपला,न अग्नि बीच अंगारा हूं मैं मन उदास जीवन निराशहर दिन…

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कविता दु:ख की बदली | Kavita Dukh Ki Badli

आप पढ़ रहे हैं ( Kavita Dukh Ki Badli ) कविता दु:ख की बदली :- कविता दु:ख की बदली रात भयानक थी कालीन निशाकर की कर की जालीसांय सांय सन्नाटा की ध्वनिफैली तरु की डाली डाली निशीथ सघन काले धन कीमन पर छाई दु:ख की बदलीव्याकुल तन विकृत मनसोंचा खुशियों का अब हुआ अंत…

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Maa Vasundhara Kavita | Beautiful Poem On Mother Earth

Maa Vasundhara Kavita आप पढ़ रहे हैं माँ वसुंधरा कविता :- Maa Vasundhara Kavitaमाँ वसुंधरा कविता आकाश प्रांगण के रंग मंच परअनवरत नृत्य करती पृथ्वीअद्भुत तन्मयता स्पष्ट दिखतीलक्ष्यनिष्ठा है इनमें गहरीपरिधि के चरण चिह्न पर रहती ।। प्रकाश और तिमिर की यात्रावसुन्धरा की धुरी घूर्णन से होतीसूरज, चांद की आलौकिक…

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मेरे हो तुम कविता | Kavita Mere Ho Tum

आप पढ़ रहे हैं ( Kavita Mere Ho Tum ) " मेरे हो तुम कविता " मेरे हो तुम कविता मेरे हो तुम, मैं हूं तुम्हारी।सदा बनी रहे, यह जोड़ी हमारी। तू मेरा राजा, मैं तेरी रानी।मुझे बना के रखना, सदा पटरानी। मेरा विश्वास कभी, कम ना होने देना।मैं भटक…

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