विरह वेदना पर कविता | Virah Vedna Par Kavita

विरह वेदना पर कविता - आदरणीय मित्रों ! हमारे अन्तर्मन में जब भी कोई पीड़ा पलने लगती है , तो उसी प्रसव वेदना से कविता का प्रादुर्भाव होने लगता है । प्रस्तुत रचना में कुछ इन्हीं भाव स्थलों का चित्रण किया गया है । विरह वेदना पर कविता जब जब…

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विरह गीत :- कोयलिया गीत सुनाती है | Virah Geet

आप पढ़ रहे हैं विरह गीत "कोयलिया गीत सुनाती है" :- विरह गीत कोयलिया गीत सुनाती है, कोयलिया गीत सुनाती है। गीत के गुन्जन से रग रग में विष सा छाती है। कोयलिया गीत...... प्रथम बार का मिलन आज , यादों में फिर है आया । स्वर्णिम पल जो बीत…

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फैशन पर कविता | Fashion Par Kavita

आप पढ़ रहे हैं फैशन पर कविता :- फैशन पर कविता वाह वाह क्या है? फैशन का मेला। गुरु गुड़ रह गया, शक्कर बन गया चेला। फैशन है बाजार का, नया पैंतरा व झांसा। किसी को भी इसने,नही छोड़ा सबको फांसा। बिगड़ी का नाम है फैशन। यह पैदा करती है…

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पराजय को न करना स्वीकार | Parajay Ko Na Karna Sweekar

आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता पराजय को न करना स्वीकार :- पराजय को न करना स्वीकार भले मार्ग में बाधाएं हो अनेक पराजय को न करना स्वीकार। सही दिशा का करना चयन पूर्व की त्रुटियों में करके सुधार।। आग की लपटें जो रोके तुझे स्वागत करना उसका हंसकर। बस…

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हिंदी कविता स्वागत बसंत का | Kavita Swagat Basant Ka

ऋतुराज बसंत के स्वागत में हिंदी कविता स्वागत बसंत का :- हिंदी कविता स्वागत बसंत का सवैया पद है होने लगी बिहँसित धरती, कुहासा भी व्योम से जाने लगा है । व्यतीत हुई अब शीत की रीति, धरा पर आतप आने लगा है । हैं होने लगीं कलियां विकसित, देखि…

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हिंदी कविता खून के पक्ष | Hindi Kavita Khoon Ke Pakhsa

हिंदी कविता खून के पक्ष - मानव के जीवन में खून (रक्त ) का अपना विशेष महत्व होता है । मानव और मानवता के सम्बन्ध में खून ( रक्त ) के कुछ महत्वपूर्ण पक्षों का चित्रण करती हुइ घनाक्षरी छन्द में रचना प्रस्तुत है । हिंदी कविता खून के पक्ष…

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हिंदी कविता राम राज्याभिषेक | Kavita Ram Rajyabhishek

हिंदी कविता राम राज्याभिषेक - चौदह वर्षों के वनवास के पश्चात मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम चन्द्र जी का अयोध्या आगमन होता है। प्रस्तुत रचना में अवध वासियों उमड़ रही खुशी की लहरों का चित्रण किया गया है। हिंदी कविता राम राज्याभिषेक सब गाओ रे मंगल गीत, आज राम राजा बनें…

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हिंदी कविता अपना अपना भाग्य | Hindi Kavita Apna Bhagya

आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता अपना अपना भाग्य :- हिंदी कविता अपना अपना भाग्य संसार की अजब गजब है लीला। कोई खाने के लिए मेहनत करता। कोई पचाने के लिए मेहनत करता। सबकी अपनी-अपनी है भाग्य की लीला। एक कुत्ता है जो सुखी हड्डियों को खाता। एक वह कुत्ता…

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Kisan Poem In Hindi | किसान पर कविता | Best Poem On Farmer In Hindi

Kisan Poem In Hindi भारतीय किसान के जीवन और उसके संघर्ष को बयान करती संदीप कुमार सिंह की किसान पर कविता :- Kisan Poem In Hindiकिसान पर कविता पेट जो भरता लोगों कामिट्टी से फसल उगाता है,उस किसान की खातिर तोये धरा ही उसकी माता है। आलस जरा न तन…

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समय पर दोहे :- समय पर आधारित 10 दोहे | Samay Par Dohe | Best Dohe On Time

Samay Par Dohe - हमारे जीवन में समय का बहुत महत्त्व होता है। जो व्यक्ति समय की क़द्र नहीं करता उसे आगे चल कर बहुत पछताना पड़ता है। उसका जीवन कठिनाइयों के बीच गुजरता है। ऐसे में ज्ञान की बात यही है कि समय रहते समय का सदुपयोग किया जाए।…

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हिंदी कविता बिलखता शिशु | Hindi Kavita Bilakhta Shishu

आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता बिलखता शिशु :- हिंदी कविता बिलखता शिशु यह है एक बिलखते शिशु की कहानी। हर परिवार में दिखती है यह शैतानी। सुबह-सुबह रोज पडौस में बच्चा चीखता। एक दिन घर जाकर लगाया उसका पता। तैयार कर रही थी उसकी माता। पर बच्चा जाना ही…

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हिंदी कविता अग्निपरीक्षा | Hindi Kavita Agnipariksha

आप पढ़ रहे हैं हिंदी कविता अग्निपरीक्षा :- हिंदी कविता अग्निपरीक्षा सीताजी ने दी थी जो परीक्षा। वह थी अग्निपरीक्षा। पतिव्रता सतवंती नारी की कठिन परीक्षा। पर क्यों नहीं होती पुरुषों की अग्निपरीक्षा। जब प्रकृति में नर और नारी दोनों ही है इंसान। तो नर क्यों बनता है बेईमान। नर…

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