Phool Ki Abhilasha Kavita | फूल की अभिलाषा कविता |
Phool Ki Abhilasha Kavita - आप पढ़ रहे हैं फूल की अभिलाषा कविता :- Phool Ki Abhilasha Kavitaफूल की अभिलाषा कविता फूल हूँ मैं छोटा सा,यही मेरे जीवन की परिभाषा है।देवों के चरणों में चढ़ जाऊं,मेरे जीवन की छोटी सी अभिलाषा है। चाह नहीं मुझे की मैंगहने में गूँथा जाऊ,चाह नहीं सुन्दर नारी बन,स्वयं पर इठलाऊँ।उन पावन…