गुरु पूर्णिमा पर कविता – गुरु देव | Poem On Guru Purnima

आप पढ़ रहे हैं ( Poem On Guru Purnima In Hindi ) गुरु पूर्णिमा पर कविता :- जय जय गुरु देव मुझे दर्शन दो

गुरु पूर्णिमा पर कविता

गुरु पूर्णिमा पर कविता

जय जय जय जय गुरु देव,
मुझे दर्शन दो।
अपनी शरण में तुम,
मुझ को ले लो।
जय जय जय जय गुरु देव,
मुझे दर्शन दो।।

कल रात सपने में,
मैंने तुम को देखा था।
जैसे कह रहे थे तुम,
आ जाओ मेरी शरण।
ये कैसा सपना था,
क्या सच्चा हो सकता है।
यदि ये सच हो जाये,
मेरा जीवन संवर जााये।।
जय जय गुरु देव,
मुझे दर्शन दो।
अपनी शरण में तुम,
मुझ को ले लो।।

हर शाम सबेरे,
संजय तुम्हें जपता है।
हर सुबह उठते ही,
तेरी पूजा करता है।
श्रध्दा और भक्ति का,
मुझे इतना फल तो दो।
मेरे दीक्षा गुरुवर,
तेरे कर कमलो से हो।।
जय जय जय जय गुरु देव,
मुझे दर्शन दो।
अपनी शरण में तुम,
मुझ को ले लो।।

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परिचय :-

संजय बीना

मै संजय जैन बीना जिला सागर (मध्यप्रदेश) का रहने वाला हूँ। वर्तमान में मुम्बई में कार्यरत हूँ। मैं करीब 26-27 वर्षो से बम्बई में एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी में कमर्शियल मैनेजर के पद पर कार्यरत हूँ। मास्टर ऑफ़ कॉमर्स के साथ ही एक्सपोर्ट मैनेजमेंट की शैक्षणिक योग्यता हैं।
मुझे बचपन से ही लिखना पढ़ने का बहुत शौक था। इसी कारण से लेखन में सक्रिय हूँ। मेरी रचनाएं बहुत सारे अखबारों-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं। मैं अपनी लेखनी का कमाल कई मंचों पर भी दिखाता रहता हूँ । इसी प्रतिभा के करण मुझे कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा मुझे सम्मानित किया जा चुका है।

मुम्बई के नवभारत टाईम्स में ब्लॉग भी लिखता हूँ और भी क्षेत्रीय पत्र पत्रिकाओं में भी मेरे गीत, कविताएं और लेख प्रकाशित होते रहते हैं । मुझे लेख,कविताएं और गीत आदि लिखने का बहुत शौक है, जिसके कारण में कई सामाजिक गतिविधियों और समाज सेवी संस्थाओं में भी हमेशा सक्रिय रहता हूँ।
हिंदी भाषा को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिले इसके लिए निरंतर प्रयास करता रहता हूँ।


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धन्यवाद।

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1 Response

  1. Avatar RUPESH SONI says:

    Wah sir-गुरु की कविता और आपका bio देखकर एक असीम प्रेरणा मिली! Thankyou sir

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