हिंदी भाषा पर एक कविता ” आन बान सम्मान है हिन्दी ” :-
हिंदी भाषा पर एक कविता
भारत के हर जन में बसे जो
भाषा नहीं निज प्राण है हिन्दी,
भारत मां को जो करे सुसज्जित
आन, बान,सम्मान है हिन्दी।
हिन्दू गौरव, हिन्दू हित अब
हिंदी का मान बढ़ाना है,
जिसकी खोई पहचान अभी तक
वह पहचान दिलाना है।
पर मन को यह पीड़ा भी होती
बिन अंग्रेजी,महत्व मिले ना,
काम, काज, रोजगार सभी में
ना आए फिर काम मिले ना।
भारत प्रधान श्री मोदी जी ने
विश्वजगत ने हिंदी का मान बढ़ाया है,
हिंदी से हिंदुस्तान बढ़े अब
भारत के हर जन को समझाया है।
पढ़िए :- हिंदी भाषा के महत्व पर कविता “हिंदी को ही भूल गया है”
रचनाकार का परिचय
यह कविता हमें भेजी है संजय पांडेय जी ने जौनपुर,उत्तर प्रदेश से।
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