आप पढ़ रहे हैं ( Hindi Kavita Nav Nirmit Nirman ) हिंदी कविता नव निर्मित निर्माण :-

हिंदी कविता नव निर्मित निर्माण

हिंदी कविता नव निर्मित निर्माण

सभ्यता संस्कृति में ढह गए लोगों के आचार,
नियति की नियत में बदल गया व्यवहार।

हुआ क्या नव भारत निर्माण
अंग्रेजी के दो लफ़्ज़ों में दुनियां में छा जाते हैं,
हिंदी भाषी गर बोले तो गंवार कहलाते हैं।

सफेद पोश बलशाली अपना दंभ दिखाते हैं,
शराफत संग जो नर बैठे वो दूर खड़े खिसियाते हैं।

सत्य स्वयं भटका राहों में रघुवीर बहुत घबराते हैं
भूखे पेट गरीबों के मुंह से निवाले भी छिन जाते हैं।

बस एक चुनावी दौर रहा जब मुंह के बल शीश झुकाते हैं
भ्रष्टाचारी दीमक ने किया देश को तार तार
लूट के देश को ये पाखंडी खूब मौज मनाते हैं

हम कुछ शब्दों में नवनिर्मित निर्माण की परिभाषा बतलाते हैं


रचनाकार कर परिचय :-

अवस्थी कल्पनानाम – अवस्थी कल्पना
पता – इंद्रलोक हाइड्रिल कॉलोनी , कृष्णा नगर , लखनऊ
शिक्षा – एम. ए . बीएड . एम. एड

“ हिंदी कविता नव निर्मित निर्माण ” ( Hindi Kavita Nav Nirmit Nirman ) के बारे में कृपया अपने विचार कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें। जिससे लेखक का हौसला और सम्मान बढ़ाया जा सके और हमें उनकी और रचनाएँ पढ़ने का मौका मिले।

यदि आप भी रखते हैं लिखने का हुनर और चाहते हैं कि आपकी रचनाएँ हमारे ब्लॉग के जरिये लोगों तक पहुंचे तो लिख भेजिए अपनी रचनाएँ hindipyala@gmail.com पर या फिर हमारे व्हाट्सएप्प नंबर 9115672434 पर।

हम करेंगे आपकी प्रतिभाओं का सम्मान और देंगे आपको एक नया मंच।

धन्यवाद।

This Post Has 8 Comments

  1. Avatar
    Saumya awasthi

    Very nice

    1. Avatar
      Dr R n singh

      I liked your literature very much. May God take you to great heights. Bless you Dr R N Singh from Hardoi.

  2. Avatar
    Saumya awasthi

    Nice poem

  3. Avatar
    Saumya awasthi

    Nice

  4. Avatar
    Devanshimishra

    Atisundar

Leave a Reply