मंच पर हिंदी कविता :- मिला ऐसा मंच ये

आप पढ़ रहे हैं मंच को समर्पित मंच पर हिंदी कविता :-

मंच पर हिंदी कविता

मंच पर हिंदी कविता

शब्दों के भावों से मचल ही जाते हैं
तभी हम जैसे दिल पिघल जाते हैं
नदियों के साथ यूं बहते चले जायें
सीमा लांघ तालाब से निकल जाते हैं।

अभी तो चट्टानों का ही सामना कर रहे हैं
पत्थरों को पिघलाने का प्रयास कर रहे हैं
सागर से मिलकर मिठास खो ना जाये
मंजिल से ना भटके कोशिश यही कर रहे हैं।

मिला ऐसा मंच ये तो किस्मत की बात है
कवियों के मिलते यहां दिल के हर जज्बात है
खिलती है कलियाँ किरणों की
कई फूल कई रंग साथ तारों की बारात है।

पढ़िए :- कविता पर कविता “कविता इश्वर की प्रार्थना है”


सारिका अग्रवालयह कविता हमें भेजी है सारिका अग्रवाल जी ने जो कि बिरतामोड, नेपाल  में रहती हैं।

“ मंच पर हिंदी कविता ” के बारे में कृपया अपने विचार कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें। जिससे रचनाकार का हौसला और सम्मान बढ़ाया जा सके और हमें उनकी और रचनाएँ पढ़ने का मौका मिले।

यदि आप भी रखते हैं लिखने का हुनर और चाहते हैं कि आपकी रचनाएँ हमारे ब्लॉग के जरिये लोगों तक पहुंचे तो लिख भेजिए अपनी रचनाएँ hindipyala@gmail.com पर या फिर हमारे व्हाट्सएप्प नंबर 9115672434 पर।

हम करेंगे आपकी प्रतिभाओं का सम्मान और देंगे आपको एक नया मंच।

धन्यवाद।

You may also like...

1 Response

  1. Avatar Divya Mishra says:

    मेरा नाम दिव्या मिश्रा है मैं प्रयागराज (संगम की नगरी) से हु। मै कविताये ,कहानियाँ ,शायरी,लिखती हु और अभी मैं( your quote) ऐप पर हु ,जहां मै अपनी लिखी हुई कविताये और quotes को पोस्ट करती रहती हु ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *