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भारतीय संविधान पर कविता

संविधान दिवस पर कविता

मेरा भारतीय संविधान महान है
हर एक को मौलिक अधिकार है,
कोई जात नहीं कोई ऊँच नीच नहीं
हर एक को समान अधिकार है।

संविधान हमें स्वतंत्रता देता है
हर बात रखने की आजादी देता है,
भारत को संविधान देने वाला वो महान है
नाम जिसका भीमराव महान है।

हर नागरिक को अधिकार दिलाया
ऐसा भारत का संविधान बनाया,
गरीब हो या अमीर छोटा हो या बड़ा
सबको एक समान अधिकार देता है,
मेरा भारतीय संविधान महान है।

दबे कुचले गरीबों के लिए हथियार है
शासन सत्ता चलाने का अधिकार है,
दुनिया के संविधानों में जो
सर्वश्रेष्ठ संविधान कहलाता है।

बाबा साहब ने दिया ऐसा विधान
जिसनें यहां गुलामों को बनाया इंसान,
जिस वर्ण व्यवस्था ने यहां लोगों को गुलाम बनाया
उस व्यवस्था को तोड़कर संविधान यहां बनाया,
मेरा भारतीय संविधान महान है।

जो महिला और मूलनिवासिओं को देता हर अधिकार
वो मेरे बाबा साहब द्वारा लिखा ये संविधान है,
बाबा साहब ने दिया ऐसा संविधान
अब महिला भी चला रही है सरकार।

इन्दिरा, ममता, सोनिया हो या मायावती
संविधान ने दी है इनको यहां की सत्ता की चाबी
दलित पिछड़े भी अब सत्ता चलाते हैं,
कोई आईएएस तो कोई पीसीएस बन जाते है
मेरा भारतीय संविधान महान है।

पढ़िए :- संविधान दिवस पर कविता “मैं भारत का संविधान हूँ”


रचनाकार का परिचय

नीरज सिंह कर्दमयह कविता हमें भेजी है नीरज सिंह कर्दम जी ने बुलन्दशहर (यूपी) से।

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