शराब छोड़ने के लिए प्रेरित करती हिंदी कविता ( Manav Jeevan Bada Amulya Hai Kavita ) ” मानव जीवन बड़ा अमूल्य है ” :-

मानव जीवन बड़ा अमूल्य है

मानव जीवन बड़ा अमूल्य है

मानव जीवन बड़ा अमूल्य है
मत व्यर्थ करो पीकर शराब,
तुमसा कोई नहीं जगत में।
स्वयं को तुम न करो खराब।।

अच्छे,बुरे तेरे कर्मो का
तुझे देना होगा यही हिसाब,
उलझी हुई पहेली बनकर।
खोज सकोगे न कोई जवाब।।

मन से व्याथाओ को मिटाकर
लाओ स्वयं मे तुम बदलाव,
फूलों के पथ पर चलकर।
मत भूलो मधुर पीपल की छांव।।

बीते हुए क्षणों को जाने दो
पुनः पढ़ो अपनी जीवन किताब,
गलती स्वीकारो करो सुधार।
दिन वही लौट आयेंगे लाजबाव।।

लोगों ने तुम्हें नकारा समझा
सफलता से उनको दो जवाब,
समय को तुम सखा बनकर।
प्राप्त करो मेहनत से खिताब।।

भर लो ह्यदय में अब हुंकार
कोई छीन सके न तेरा ख्याब,
मानव जीवन बड़ा अमूल्य है।
मत व्यर्थ करो पीकर शराब।।

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नमस्कार प्रिय मित्रों,

सूरज कुमार

मेरा नाम सूरज कुरैचया है और मैं उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के सिंहपुरा गांव का रहने वाला एक छोटा सा कवि हूँ। बचपन से ही मुझे कविताएं लिखने का शौक है तथा मैं अपनी सकारात्मक सोच के माध्यम से अपने देश और समाज और हिंदी के लिए कुछ करना चाहता हूँ। जिससे समाज में मेरी कविताओं के माध्यम से मेरे शब्दों के माध्यम से बदलाव आए।

क्योंकि मेरा मानना है आज तक दुनिया में जितने भी बदलाव आए हैं वह अच्छी सोच तथा विचारों के माध्यम से ही आए हैं अगर हमें कुछ बदलना है तो हमें अपने विचारों को अपने शब्दों को जरूर बदलना होगा तभी हम दुनिया में हो सब कुछ बदल सकते हैं जो बदलना चाहते हैं।

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