अगर शब्द न होते तो कैसे कोई अपनी भावनाएं व्यक्त कर पाता। बात-चीत और आपसी मेल भाव के लिए शब्द ही एक कड़ी है जो सब को जोड़ कर रखते। शब्द किसी को भी अपना बना सकते हैं। शब्द ही मित्र बनाते हैं शब्द ही शत्रु। शब्द की इसी जादूगरी पर आधारित है यह शब्द पर कविता ( Poem On Shabd In Hindi ) ” शब्दों का खेल है सारा “
शब्द पर कविता
“ शब्द पर कविता ” ( Shabd Par Hindi Kavita ) के बारे में कृपया अपने विचार कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें। जिससे लेखक का हौसला और सम्मान बढ़ाया जा सके और हमें उनकी और रचनाएँ पढ़ने का मौका मिले।
यदि आप भी रखते हैं लिखने का हुनर और चाहते हैं कि आपकी रचनाएँ हमारे ब्लॉग के जरिये लोगों तक पहुंचे तो लिख भेजिए अपनी रचनाएँ hindipyala@gmail.com पर या फिर हमारे व्हाट्सएप्प नंबर 9115672434 पर।
हम करेंगे आपकी प्रतिभाओं का सम्मान और देंगे आपको एक नया मंच।
धन्यवाद।
Leave a Reply