भगवान राम के अयोध्या आगमन पर उनका स्वागत करने के लिए प्रस्तुत है एक भक्तिमय कविता। राम मंदिर पर हिंदी कविता “चलो करें स्वागत” :-

राम मंदिर पर हिंदी कविता

राम मंदिर पर हिंदी कविता

चलो करें स्वागत आरती सजालो कि दीप जला लो।
श्री राम जी चले आरहे हैं ।
राम जी चले आरहे हैं ।
लखन भैया भी संग आ रहें हैं।
चलो करें स्वागत—

पाँच दीप आज अपने घर में जला लो।
दीपावली मनाने की खुशियाँ मनालो।
धरती को फिर से तुम स्वर्ग बनालो,भक्तों को बुला लो।
श्री राम जी चले आरहे हैं ।।
चलो करें स्वागत–

स्वर्णाक्षरों में लिखा जायेगा फिर से ।
अब न कहीं जायेंगे वो भक्तों के घर से।
मिलकर चलो जयकारा लगाले,हम झूम लें गा लें।।
श्री राम जी चले आरहे हैं ।
चलो करें स्वागत-

पाँच सौ वर्षों तक तरस रहे थे हम।
बन के शबरी बाट देखते थे आँखे नम।
अब आये प्रभु राम,जरा बेर खिला लो,आसन पे बिठा लो।
श्री राम जी चले आरहे हैं
चलो करें स्वागत—

माँगेंगे रधुवर से अब हाथ जोड़ के।
जाना न कहीं दूर अब नाता को जोड़ के।
चरणों की धूलि आओ,माथे से लगालो,राम दिल बसालो।
श्री राम जी चले आरहे हैं ।।
चलो करें स्वागत–

कोरोना को काटने आये हैं प्रभु राम ।
डरने क्या बात है अब आ गये सुखधाम।
राम कहलो श्याम कहलो आज बुलालो, आवाज लगालो।
श्री राम जी चले आरहे हैं ।।
चलो करें स्वागत आरती सजा लो
कि दीप जला लो ।
श्री राम जी चले आरहे हैं ।।

पढ़िए :- राम मंदिर पर कविता “आओ श्रीराम का मंदिर बनाएं”


रचनाकार का परिचय :-

श्रीमती केवरा यदु " मीरा "यह कविता हमें भेजी है श्रीमती केवरा यदु ” मीरा “ जी ने। जो राजिम (छतीसगढ़) जिला गरियाबंद की रहने वाली हैं। उनकी कुछ प्रकाशित पुस्तकें इस तरह हैं :-
1- 1997 राजीवलोचन भजनांजली
2- 2015 में सुन ले जिया के मोर बात ।
3-2016 देवी गीत भाग 1
4- 2016 देवीगीत भाग 2
5 – 2016 शक्ति चालीसा
6-2016 होली गीत
7-2017 साझा संकलन आपकी ही परछाई।2017
8- 2018 साझा संकलन ( नई उड़ान )

इसके अतिरिक्त इनकी अनेक पत्र-पत्रिकाओं में रचनायें प्रकाशित हो चुकी हैं। इन्हें इनकी रचनाओं के लिए लगभग 50 बार सम्मानित किया जा चुका है। इन्हें वूमन आवाज का सम्मान भी भोपाल से मिल चुका है।
लेखन विधा – गीत, गजल, भजन, सायली- दोहा, छंद, हाइकु पिरामिड-विधा।
उल्लेखनीय- समाज सेवा बेटियों को प्रशिक्षित करना बचाव हेतु । महिलाओं को न्याय दिलाने हेतु मदद गरीबों की सेवा।

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