जीवन साथी पर कविता
मेरे साथी साथ निभाना।
कभी ना टूटे यह याराना ।
हर राज का तू है राजदार।
मेरे हर लेखे का तू है पक्का पहरेदार।
तेरे मेरी यादों के गीत पुराने।
खुब याद करेगे सब मस्ताने।
मेरे साथी साथ निभाना।
कभी न टूटे यह याराना।
मेरे दोषों का रखना तू ध्यान।
हमेशा देते रहना मुझको ज्ञान।
मै गाऊं तेरी प्रगति।
तू गाए मेरी उन्नति।
हम दोनो सुख दु:ख के साथी।
यादें, खुशियां और गम यह हमारी थाती।
मेरे साथी साथ निभाना।
कभी न टूटे यह याराना।
जिंदगी के खट्टे-मीठे अनुभवों सहेजना तू।
जीवन में आई बाधाओं से नहीं घबराना तू।
नये उत्साह,जोश से भरकर गाए तराना।
दोस्तों की दास्ता का इतिहास बनाना।
मेरे साथी साथ निभाना।
कभी न टूटे यह याराना।
कभी पतझड़ आए,कभी आए बंसत बहार।
पर यारो के याराना मे कभी न आए दरार।
खूब करो जीवन मे विकास और प्रकाश।
पर याद रहे बचपन की मीठी मिठास।
मेरे साथी साथ निभाना।
कभी न टूटे यह याराना।
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रचनाकार का परिचय
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